हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एवरेस्ट इण्डस्ट्रीज लि0 सिकन्दरपुर, भगवानपुर में हरिद्वार औद्योगिक संगठन के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री सम्मान समारोह में प्रतिभाग करते हुए कहा कि एवरेस्ट इण्डस्ट्री स्किल डेवलपमेण्ट का कार्य कर रही है।
इससे प्रदेश के औद्योगिक विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई उद्योग बाहर के सस्ते मजदूरों के बजाय स्थानीय लोगों के स्किल डेवलपमेंट कर उनकी कार्य क्षमता बढ़ा देती है, तो इससेे हमे अतिरिक्त लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में आई.टी.आई. और पाॅलिटेक्निक डिप्लोमा धारकों की संख्या बहुत अधिक है। यदि उद्योग उन्हें छः माह का प्रशिक्षण देकर इन क्षेत्रों में कार्य करने का मौका मिलेगा तो बेरोजगारी भी दूर होगी एवं स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान भी होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में अन्य राज्यों की अपेक्षा पाॅलिटेक्निक काॅलेजों की संख्या अधिक है। उत्तराखण्ड में प्रत्येक ढ़ाई लाख की आबादी पर एक पाॅलिटेक्निक है। उन्होंने उद्योगों को महिला स्वयं सहायता समूह को यूनिफार्म बनाने के लिए ट्रेनिंग देने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में वाटर फिल्टर की पूर्ण व्यवस्था करना है जिसके लिए जनपद में 3700 वाटर फिल्टर लगाने की योजना है। उन्होंने इंडस्ट्रयों से इसके लिए सहयोग मांगा। सिडकुल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष हरेन्द्र गर्ग ने एक हजार वाटर फिल्टर देने तथा भगवानपुर इण्डस्ट्रियल एजेंसी ने 500 वाटर फिल्टर देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इंडस्ट्रियल ऐरिया की बिजली की समस्याओं के समाधान के लिए इस वित्तीय वर्ष के अन्त तक 22 घंटे बिजली देने की घोषणा की।
एक अन्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मक्खनपुर, भगवानपुर में कम्प्यूटर स्किल डेवलपमेंण्ट सेन्टर का उद्घाटन किया।