लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हमारे समाज की लगभग आधी आबादी महिलाओं की है। इस आधी आबादी ने सुदृढ़ समाज के निर्माण और विकास में हमेशा महत्वपूर्ण योगदान दिया है। देश और समाज की प्रगति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की समान भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की पहचान भी मातृ शक्ति से है। हमारे देश में भगवान श्रीराम को कौशल्या नन्दन और भगवान श्रीकृष्ण को यशोदानन्दन कहा जाता है। साथ ही, सीता-राम और राधा-कृष्ण एक साथ कहने की परम्परा भी है। वर्तमान में भी अनेक महिलाएं और बालिकाएं अपने ज्ञान, कर्मठता और प्रतिभा से सफलता के नये उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। अपने विशिष्ट कार्यों से यह महिलाएं समाज को राह दिखा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां ‘नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान‘ के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं को पूरी सुरक्षा देने के साथ-साथ उनके सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कृतसंकल्पित है। महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें समान अवसर देने के लिए प्रदेश सरकार प्रभावी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हेतु संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी उन तक पहुंचाना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण के लिए ऐसा किया जाना बेहद जरूरी है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रदेश सरकार द्वारा ‘नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान’ चलाए जाने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह अभियान प्रदेश में दिनांक 20 नवम्बर से 20 दिसम्बर, 2018 तक संचालित किया जाएगा। अभियान के दौरान जन सम्पर्क, नारी शक्ति शिविर, नारी स्वावलम्बन सम्मेलन जैसी गतिविधियों के माध्यम से, महिलाओं हेतु वर्तमान सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण एक वृहद अवधारणा है, जिसके लक्ष्यों की पूर्ति हेतु जनभागीदारी के साथ-साथ सभी राजकीय विभागों द्वारा एकीकृत प्रयास किया जाना अति आवश्यक है। क्योंकि सामूहिक प्रयासों द्वारा ही समाज व देश को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है। इसलिए इस अभियान में समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसहायता समूहों को सम्मिलित करते हुए सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी हमेशा मातृ शक्ति का उल्लेख करते हैं। नारी को सशक्त करने के उद्देश्य से प्रदेश में लगभग 2 करोड़ 50 लाख जन-धन खाते खोले गए हैं। इसके माध्यम से नारी जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है। इसी तरह प्रधानमंत्री जी का मानना है कि शौचालय स्वच्छता का प्रतीक होने के साथ-साथ यह नारी गरिमा से भी जुड़ा है। इसीलिए इसे ‘इज्जत घर’ का नाम दिया गया है। उज्ज्वला योजना के तहत देश में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन्सेफ्लाइटिस से बचाव व नियंत्रण हेतु राज्य सरकार द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसका परिणाम इस वर्ष देखने को मिला। उन्होंने कहा कि 50 लाख महिलाओं को केन्द्र सरकार की मुद्रा योजना का लाभ मिला है। आने वाले दिनांे में 3 करोड़ 50 लाख लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ‘नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान’ मार्गदर्शिका पुस्तिका का विमोचन और नारी सशक्तिकरण पर केन्द्रित एक लघु फिल्म का लोकार्पण किया। इस मौके पर नारी सशक्तिकरण का संकल्प लेने व जनसहभागिता सुनिश्चित करने के लिए टोल फ्री नम्बर-8733087330 जारी किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं से होने वाली छेड़छाड़ व उत्पीड़न के सम्बन्ध में सीधे अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए ‘1090’ वीमेन पावर लाइन सेवा संचालित की जा रही है। इस कार्य में गतिशीलता लाने के लिए ‘1090’ के तहत पुलिस के लिए एक ‘एप’ भी प्रारम्भ किया गया है, जिससे प्रदेश के सभी थाने कनेक्ट हो रहे हैं। महिलाओं तथा बालिकाओं को राहत प्रदान करने तथा उनकी मदद के लिए महिला कल्याण विभाग द्वारा ‘181’ महिला हेल्पलाइन संचालित की जा रही है। इस सेवा के माध्यम से महिलाओं को हिंसा से संरक्षण, चिकित्सा सुविधा, विधिक सहायता तथा आश्रय व पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। वर्तमान में प्रदेश के सभी 75 जिलों में इस हेल्पलाइन के तहत रेस्क्यू वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इन योजनाओं के लाभ के लिए आवश्यक है कि महिलाओं व बालिकाओं को जागरूक किया जाए।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि महिलाओं की उन्नति के लिए वर्तमान सरकार संकल्पित है। केन्द्र में प्रधानमंत्री जी व प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी लगातार महिलाओं के हितों में फैसले लेकर नारी को सशक्त बनाने की दिशा में सक्रिय प्रयास कर रहे हैं। कार्यक्रम को सांसद डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भी सम्बोधित किया।