लखनऊ: प्रदेश की पर्यटन मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने गोमती नगर, लखनऊ स्थित पर्यटन भवन के सभाकक्ष में सम्पन्न बैठक में कहा कि पर्यटन के निर्माणाधीन कार्यों के निर्धारित लक्ष्यों को दिसम्बर, 2018 तक शीर्ष प्राथमिकता से पूरा किया जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कार्यदायी संस्थाओं की कार्य प्रगति का अनुश्रवण करने को कहा। उन्होंने कार्यों की धीमी प्रगति पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही और उदासीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रो0 जोशी आज पर्यटन विभाग में कंस्ट्रक्शन एण्ड डिजाइज सर्विसेज के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रही थीं। बैठक में जनपद सीतापुर के नैमिषारण्य चक्रतीर्थ के जल को स्वच्छ करने के संबंध में हुए कार्य प्रगति की चर्चा करते हुए सी0 एण्ड डी0एस0 के संबंधित अधिकारी ने पर्यटन मंत्री को अवगत कराया कि जल स्वच्छ करने के लिए लगाए गए प्लांट से अपेक्षित परिणाम न मिलने के कारण तकनीकी विशेषज्ञों से राय ली जा रही है तथा जनपद ललितपुर में पर्यटक आवास गृह, देवगढ़ का उच्चीकरण/सौन्दर्यीकरण कार्य 98 प्रतिशत पूर्ण है। प्रो0 जोशी ने निर्देश दिया कि जहां कार्यपूर्ति हो गई है वहां जनपद के जनप्रतिनिधियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में योजनाओं का लोकार्पण कर दिया जाए।
बैठक में जनपद वाराणसी के तहसील पिण्डरा स्थित नकटेश्वरी (नकटी भवानी) स्थल पर बाउड्रीवाल, प्रवेश द्वार, मिट्टी भराई एवं हार्टीकल्चर कार्य हेतु धनराशि उपलब्ध करवाने, जनपद फैजाबाद की तहसील रुदौली के ग्राम सुनवा में स्थित कामाख्या देवी मंदिर के पर्यटन विकास की कार्य प्रगति पर भी चर्चा हुई। पर्यटन मंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं की धीमी कार्य प्रगति पर रोष प्रकट किया और कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराने का निर्देश दिया।