लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचैरी ने कहा कि माइक्रो फाइनेंस के माध्यम से गरीबों की उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। देश की दिशा और दशा बदलने में माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां अग्रणी भमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि आज गरीबों को महाजनों से बचाने की आवश्यकता है, जिन्होंने लोगों को वर्षों से लूटा और इनका शोषण किया है।
श्री पचैरी ने यह विचार आज यहां गोमती नगर में माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन आफ उत्तर प्रदेश एवं फिक्की के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘‘तृतीय वार्षिक सम्मेलन (स्टेट काॅन्फ्रेंस)’’ के समापान समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छोटे उद्योगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनके माध्यम से लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां छोटे-छोटे उद्यमियों को रियायती दर पर ऋण देकर उनका उद्यम शुरू कराने में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्वरोजगार के माध्यम से उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाया जायेगा।
लघु उद्योग मंत्री ने कहा कि एक जनपद-एक उत्पाद योजना में इन कम्पनियों के सहयोग की बहुत आवश्यकता है। इनके माध्यम से छोटे-छोटे लोन बाटकर लाखों लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा। माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां एक प्रकार से मिनी बैंक की भूमिका निभा रहीं है। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें लघु उद्योगों से जोड़ा जायेगा। उनके उत्पादों के लिए बेहतर पैकेजिंग एवं मार्केटिंग की व्यवस्था कराई जायेगी। महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा स्वरोजगार से जोड़कर उनके उत्थान पर विशेष बल दिया जा रहा है।
प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग श्री नवनीत सहगल ने कहा कि जमीनी स्तर पर माइक्रो फाइनेंस कम्पनियांे की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने इनके कार्यों को देश और समाज के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि फंड की आवश्यकता निचले स्तर पर ज्यादा है। छोट-छोटे लोन की लोगों को बहुत आवश्यकता है। इन कम्पनियांे द्वारा 60 लाख से अधिक लोगों को ऋण दिया जा चुका है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना के लिए भी यह कम्पनियां सहयोग कर रही हैं।