नई दिल्ली: केंद्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली की कुछ झोपड़पट्टियों में सौर ऊर्जा से चलने वाली बत्तियां लगाने का जायजा लिया। उनके साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी सचिव और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। ये लाइटें मंत्रालय की एक शोध परियोजना के एक हिस्से के तौर पर विकसित की जा रही हैं। इस सिलसिले में परियोजना लागू करने वाली एजेंसी ने कुछ छोटे सोलर डोम्स के प्रोटोटाइप तैयार किए हैं और इन्हें कोलकाता और दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में लगाए हैं। इनके आंकड़े इकट्ठा किए जा रहे हैं। इन्हें सस्ता, टिकाऊ और लगाने में आसान बनाने के लिए कई मानकों पर शोध हो रहे हैं। इन बत्तियों का इस्तेमाल घनी झुग्गी बस्तियों में रोशनी मुहैया कराने की सरकार की कोशिश का हिस्सा है। सरकार चाहती है कि सौर ऊर्जा का इस्तेमाल और इससे संबंधित उत्पाद भारत में ही बनें।