लखनऊ: आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत गरीब परिवारों को सेकेण्ड्री एवं टरशियरी निःशुल्क इलाज प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना में लाभार्थियों की पात्रता 2011 के सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना के डाटा के आधार पर निर्धारित की गई है। यह योजना पात्रता आधारित है एवं इसका लाभ लेने के लिए पंजीकरण का कोई प्राविधान नहीं है। इसमें लाभार्थी की आयु एवं परिवार के आकार की भी कोई बाध्यता नहीं है। इस योजनान्तर्गत प्रति परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जायेगी। यदि किसी गरीब परिवार के सदस्य को पहले से कोई बीमारी मौजूद है तो भी उसका उपचार किया जायेगा।
इस प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनान्तर्गत लाभार्थी देश के किसी भी सूचीबद्ध चिकित्सालय में अपना इलाज करा सकता है। इस योजना के अन्तर्गत उ0प्र0 में अभी तक कुल 1415 चिकित्सालय गरीबों का इलाज करने के लिए सूचीबद्ध है, जिनमें 418 सरकारी अस्पताल एवं 997 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध किये गये है। इस योजना के अन्तर्गत इलाज कराने के लिए लाभार्थी की पहचान आधार कार्ड के माध्यम से तथा सरकार द्वारा जारी किये गये पहचान पत्रों के द्वारा की जायेगी। अर्थात कोई भी व्यक्ति जिसका नाम एस.ई.सी.सी. डाटा 2011 में है, वह व्यक्ति अपना सत्यापन आधार कार्ड या कोई भी राज्य सरकार द्वारा प्रमाणित पहचान पत्र दिखाकर साथ में राशनकार्ड एवं परिवार की पुष्टि के लिए परिवार रजिस्टर की कापी सत्यापित कराकर देने पर सूची बद्ध किसी भी सरकारी/निजी अस्पताल में 05 लाख रुपये तक का इलाज करा सकता है। उसका इलाज निःशुल्क होगा। बालिका, महिला एवं वरिष्ठ नागरिक को प्राथमिकता से इलाज होता है।
उ0प्र0 में आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक 7830 गरीब व्यक्तियों द्वारा सूचीबद्ध चिकित्सालयों में अपना इलाज कराया जा रहा है। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है। इस योजना में वहीं अस्पताल सूचीबद्ध होते है, जो निर्धारित मानको को पूर्ण करते है। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत इलाज कराने पर मरीज को कोई धनराशि नहीं देना पड़ेगा। उसके इलाज पर व्यय धनराशि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा 60ः40 के अनुपात में वहन किया जायेगा।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत उ0प्र0 में 1.18 करोड़ परिवारों को सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना के आधार पर शामिल किया गया है। जिससे इस योजना में लगभग 6 करोड़ लोगों को इलाज कराने का लाभ मिलेगा। इसमें 1350 प्रकार के मेडिकल पैकेजों की सुविधा जैसे सर्जरी, डे-केयर, दवाइयों का खर्च, विभिन्न प्रकार की जांच, परीक्षण का व्यय आदि शामिल है। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत इलाज कराने वाली जनता को निश्चय ही बहुत लाभ मिल रहा है। अक्सर गरीब व्यक्ति अपने परिवार के इलाज में अपनी सारी पूंजी लगा देता है और वह गरीबतम् की स्थिति में पहुंच जाता है। खर्चीली गम्भीर बीमारियों कैंसर, हृदय रोग आदि के इलाज में बड़ा सहयोग जनता को मिल रहा है। गरीबों के इलाज के लिए चलाई गई यह योजना बड़ी ही कल्याणकारी एवं लाभप्रद है।