लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर आज यहां जी0पी0ओ0 पार्क स्थित उनकी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि देश की आजादी के पश्चात अनेक छोटी-बड़ी रियासतों में बँटे देश की एकता लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की कुशलता से ही सम्भव हुई थी। उन्होंने कहा कि कश्मीर उनके दायरे में नहीं था। वर्तमान कश्मीर की स्थति को देखकर उस स्थिति की कल्पना करना भी कठिन है कि उनकी कुशलता के बगैर देश की कैसी दशा हो सकती थी।
राज्यपाल जी ने कहा कि सरदार पटेल के कार्यों के कारण उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है। स्वाधीनता आन्दोलन में उनका पहला बड़ा योगदान किसानों के लिए किया गया बारदोली सत्याग्रह था। भारत छोड़ो आन्दोलन में भी उनकी बड़ी भूमिका थी। देश की आजादी के बाद उन्हें बहुत कम समय काम करने का मौका मिला। यदि वे कुछ साल और जीवित रहते, तो देश का नक्शा ही अलग होता। उन्होंने कहा कि हम सभी को सरदार पटेल के आदर्शों और कार्यशैली का अनुकरण करना चाहिए, यही उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा कि आज पूरा देश उन्हें भारतीय गणराज्य को एकता और अखण्डता के सूत्र में पिरोने के लिए स्मरण कर रहा है। गुजरात राज्य के किसान परिवार में जन्म लेने तथा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद देश के स्वाधीनता आन्दोलन के दौरान उन्होंने अनेक आन्दोलनों का नेतृत्व किया। वे स्वतंत्र भारत के शिल्पी थे। उन्होंने वर्तमान गणतंत्रात्मक भारत का स्वरूप निर्धारित किया। प्रत्येक भारतीय उन्हें स्मरण करते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए संकल्पबद्ध होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की दृढ़ इच्छा और संकल्प शक्ति के लिए उन्हें लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है। उनका नेतृत्व प्राप्त होने के लिए देशवासियों को गौरव की अनुभूति होती है। सुदृढ़ भारत की नींव रखने के लिए उन्होंने देश की भौगोलिक और सांस्कृतिक स्थिति के सम्बन्ध में उच्च आदर्श रखे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात के सरदार सरोवर तट पर उनका दुनिया में सर्वाधिक ऊंचा स्मारक बनवाया है। देश सरदार वल्लभभाई पटेल को भारतीय गणराज्य, यहां के नागरिकों और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा आदर्शों के प्रति योगदान के लिए सदैव याद करता रहेगा।