लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश की समाजवादी सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को खुशहाली व तरक्की के रास्ते पर ले जाना है।
सेक्युलर और समाजवादी रास्ता ही विकास का वास्तविक रास्ता हो सकता है। पिछले साढ़े तीन साल के समय में समाजवादी सरकार प्रदेश को बहुत आगे ले आयी है। राज्य की स्थिति में काफी सकारात्मक बदलाव आया है। उत्तर प्रदेश ने वर्तमान में अनेक राज्यों को विकास गतिविधियों के मामले में काफी पीछे छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री आज जनपद बरेली के इज्जतनगर स्थित रेलवे के स्पोट्र्स स्टेडियम में बरेली-बागेश्वर स्टेट हाईवे-37 के तहत बरेली से बहेड़ी तक पी0पी0पी0 माॅडल पर नवनिर्मित 4-लेन सड़क के लोकार्पण समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। बाद में, उत्तराखण्ड के काठगोदाम, हल्द्वानी में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मार्ग का नाम प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी के नाम पर रखा जाएगा।
बरेली-बागेश्वर स्टेट हाईवे-37 के तहत बरेली से बहेड़ी तक के नवनिर्मित मार्ग के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास में अपने संसाधनों के साथ-साथ निजी क्षेत्र का भी सहयोग ले रही है। यह सड़क भी निजी क्षेत्र के सहयोग से बनायी गई है। इस सड़क के बन जाने से अभी तक जो दूरी दो से तीन घण्टे में तय की जा रही थी, उसे एक घण्टे में तय किया जा सकेगा। इससे उत्तराखण्ड राज्य को भी फायदा होगा। सड़कों के निर्माण में तेजी के लिए उन्होंने उपशा के सी0ई0ओ0 श्री नवनीत सहगल को बधाई दी।
श्री यादव ने कहा कि अगर स्पीड को दो गुना कर दिया जाये तो अर्थव्यवस्था की गति तीन गुना हो जाती है अर्थात रफ्तार बढ़ने से खुशहाली और तरक्की की रफ्तार भी बढ़ जाती है। प्रदेश सरकार ने जिन सड़कों का शिलान्यास किया था वे अब पूरी होने लगी हैं और उनका उद्घाटन भी होने लगा है। समाजवादी सरकार सभी जिला मुख्यालयों को 4-लेन सड़कों से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है। प्रदेश में अनेक जगहों पर 4-लेन सड़क बनायी जा रही है। समाजवादियों को एक और मौका मिलने पर प्रदेश के सारे जनपद 4-लेन की सड़कों से जुड़ जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने चुनाव घोषणा पत्र को पूरी तरह से लागू करके जनता से किये गये सभी वादों को पूरा किया है। कन्या विद्या धन या निःशुल्क लैपटाॅप वितरण योजना के तहत जैसी और जितनी मात्रा में सहायता प्रदेश सरकार द्वारा लाभार्थियों को उपलब्ध करायी गयी है, वैसी और उतनी सहायता किसी अन्य सरकार द्वारा मुहैया नहीं करायी जा रही है। अन्य पार्टियां अब नकल करते हुए अपने घोषणा पत्र में वैसी ही योजनायें और कार्यक्रम शामिल कर रही हंै, जैसी समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किया था।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार शहरों और गांवों के बीच संतुलन बनाकर विकास कार्य कर रही है। लोहिया आवास योजना के तहत गांव के गरीबों के लिए अच्छे आवास बनाये जा रहे हैं। समाजवादी पेंशन योजना के तहत गरीब महिलाओं को बिना किसी भेदभाव के आर्थिक सहायता मुहैया करायी जा रही है। पानी का इंतजाम भी किया जा रहा है। किसानों को भी सुविधा पहुंचायी गयी है। सिंचाई हेतु पानी मुफ्त किया गया है। कृषक दुर्घटना बीमा राशि को बढ़ाकर 05 लाख रुपये कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर समाजवादी सरकार प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जा रही है, वहीं तमाम ताकतें ऐसी हैं, जिनका विकास से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल माहौल खराब करने का काम कर रही हैं। ये ताकतें ऐसे सवालों पर चर्चा करना चाहती हैं, जिनका विकास से कोई वास्ता नहीं है। ये सवाल ऐसे हैं, जो समाज को बांटने के साथ ही विदेशों में देश की बदनामी कराते हैं तथा सेक्युलर ताने-बाने को तोड़ते हैं। ये ताकतें केवल सत्ता में आने के लिए ऐसे सवाल उठाती हैं।
श्री यादव ने कहा कि इन ताकतों को समाजवादी सरकार से विकास के मामले में मुकाबला करना चाहिए। ओलावृष्टि से पीडि़त किसानों को प्रदेश सरकार द्वारा दुगना मुआवजा दिया गया है। जबकि मांगी गयी सहायता भी केन्द्र सरकार द्वारा मुहैया नहीं करायी गयी। समाजवादी सरकार ने शहीदों को 20 लाख रुपये देने की व्यवस्था की है। जबकि इनके लिए पहले कोई खास मदद की व्यवस्था नहीं थी। यही इंतजाम पुलिस के लिए भी किया गया है। कुछ लोग मदद पर भी बहस छेड़ना चाहते हैं, लेकिन ये बहस वे मंच पर न छेड़कर वाॅट्सएप पर छेड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वाॅट्सएप पर भी समाजवादी नौजवान इनका मुकाबला कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने 4-लेन की बनायी जा रही बरेली-बदायूं सड़क को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। एयर टर्मिनल की बाधाओं को दूर कराकर शीघ्र बनवाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि बरेली में मेगा क्लस्टर तथा निफ्ट की स्थापना का प्रयास भी किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्त में महिला शिक्षा, सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए सुश्री निकिता पंत, सुश्री पूनम शर्मा, सुश्री शिल्पी श्रीवास्तव व सुश्री नसरीन सम्सी को स्मृति चिन्ह देकर मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में आला हजरत एवं पं0 राधेश्याम कथा वाचक के नाम पर पीठ स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व, उपशा के सी0ई0ओ0 श्री नवनीत सहगल ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए प्रदेश में उपशा के कार्याें का उल्लेख किया। लोकार्पण के पश्चात मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से पूरी सड़क का अवलोकन किया तथा इस पर बने टोल प्लाजा परिसर में वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, लघु उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण गंगवार, जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के अधिकारी, मशहूर शायर श्री वसीम बरेलवी सहित गणमान्य व्यक्ति और बड़ी शासन में जनसमुदाय उपस्थित था।
ज्ञातव्य है कि बरेली-बागेश्वर स्टेट हाइवे-37 बरेली से होते हुए हल्द्वानी, अल्मोड़ा के आगे बागेश्वर तक जाता है, जिसकी शुरूआत का 54 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है। उत्तराखण्ड के कुमायूं क्षेत्र में स्थित नैनीताल, रानीखेत, भीमताल, मुक्तेश्वर आदि पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए जनसामान्य द्वारा इस मार्ग का उपयोग किया जाता है। इस मार्ग का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण (उपशा) द्वारा कराया गया है। उत्तर प्रदेश में पड़ने वाला 54 किलोमीटर का भाग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। बरेली से बहेड़ी (उत्तराखण्ड) सीमा तक आने में लगभग ढाई घंटे का समय लगता था। भारी वाहनों के लिए यह मार्ग उपयुक्त नहीं था। भोजीपुरा कस्बे में मार्ग सकरा होने के कारण प्रतिदिन जाम की समस्या खड़ी होती थी।
राज्य सरकार ने इस मार्ग को प्राथमिकता देते हुए 540.02 करोड़ रुपए की लागत से सार्वजनिक-निजी-सहभागिता के आधार पर इसे निर्धारित समय में तैयार कराया है। 4-लेन विद पेव्ड शोल्डर के चैड़ीकरण एवं घनी आबादी वाले क्षेत्र भोजीपुरा में फ्लाई ओवर बन जाने के कारण बरेली से बहेड़ी की दूरी 45 मिनट से 1 घंटे के अन्दर पूरी हो जायेगी। इसके अलावा इस मार्ग पर 09 लघु सेतुओं, 56 पुलियों, 01 टोल प्लाजा तथा 01 ट्रक ले-बाई का निर्माण किया गया है।
यह भी ज्ञातव्य है कि वर्तमान सरकार सड़क एवं सेतु निर्माण को प्राथमिकता दे रही है। बेहतर आवागमन की सुविधा से आर्थिक विकास तेजी से होता है। इसके मद्देनजर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जा रहा है। जिला मुख्यालयांे को चार लेन/दो लेन विद पेव्ड शोल्डर मार्गों से जोड़ा जाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। अब तक 39 जनपद जुड़ चुके हैं। मार्च, 2016 तक 49 जनपद मुख्यालय जुड़ जाएंगे। दिनांक 01 अप्रैल, 2012 से अब तक 219 दीर्घ सेतु, 56 रेल उपरिगामी सेतु तथा 178 लघु सेतुओं का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है। लखनऊ, आगरा, इटावा तथा मथुरा में चिन्ह्ति 80 किलोमीटर साइकिल टैªक के सापेक्ष 25 किलोमीटर साइकिल ट्रैक का कार्य पूर्ण हो चुका है। दिनांक 01 अप्रैल, 2012 से अब तक 10,862 किलोमीटर लम्बाई में चैड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण का कार्य एवं लगभग 45,000 किलोमीटर नवीनीकरण एवं विशेष मरम्मत का कार्य पूरा किया जा चुका है।
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