लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की गुणवत्ता प्रभावित 8667 बस्तियों, जिसमें 1225 आर्सेनिक एवं 2233 फ्लोराइड युक्त हैंै। इनमें से सभी बस्तियों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध करा दिया गया है।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, श्री अनुराग श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश का काफी बड़ा भूभाग भूजल में पेयजल की गुणवत्ता से प्रभावित है। इन बस्तियों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी को मद्देनजर रखते हुए साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार सतत् प्रयास कर रही है।
प्रदेश में गुणवत्ता प्रभावित बस्तियों की स्थिति की जानकारी पूर्व में कराए गए सैम्पिल सर्वेक्षण के परिणामों पर आधारित है। मौजूदा समय में वास्तविक स्थिति के आंकलन हेतु सम्पूर्ण प्रदेश में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन के माध्यम से गुणवत्ता का सर्वेक्षण कराया जा रहा है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि अगस्त-2016 की स्थिति के अनुसार 462 आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों में पेयजल योजनाओं का क्रियान्वयन राष्ट्रीय पेयजल गुणवत्ता सब-मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है।