20.7 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुएः सीएम योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों में वर्तमान राज्य सरकार की ‘जीरो टाॅलरेन्स’ की नीति है।  वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की कानून-व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराध नियंत्रण में भी सफलता प्राप्त की है। पुलिस को आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर बल देने के साथ ही आमजन के साथ सहयोग, मानवीय और संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ काम करना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी आज यहां आयोजित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ से सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप पदक के साथ, प्रमाण पत्र तथा 25 हजार रुपये की धनराशि भी प्रदान की गयी। मुख्यमंत्री जी ने इस मौके पर ‘कुम्भ मेला पुलिस’ वेबसाइट का लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस वीक पुलिस अधिकारियों के पारस्परिक संवाद का अच्छा अवसर होता है। इस दौरान फील्ड में कार्यरत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य मुख्यालय के उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करने का अवसर मिलता है। इसके माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुभव से कनिष्ठ अधिकारी सीख सकते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जिसमें पुलिस के समक्ष उत्पन्न हो रही चुनौतियों आदि के सम्बन्ध में चिन्तन-मनन करके पुलिसिंग की भावी दिशा भी तय की जाती है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल के दो पक्ष हैं। आमजन के साथ संवेदनशील पुलिस और अपराधियों के साथ सख्त कार्रवाई करने वाली पुलिस। यह दोनों पक्ष साथ होने चाहिए। आमजन के साथ पुलिस को मत, मज़हब, सम्प्रदाय आदि के भेदभाव के बिना पीड़ित की आवाज सुनने वाली तथा उनके सुख-दुःख मंे शामिल मानवीय पुलिस होनी चाहिए। लेकिन अपराधियों के साथ पुलिस को पूरी कड़ाई से पेश आना चाहिए। विगत पौने दो साल में यूपी पुलिस की ऐसी ही छवि बनी है, जिसकी सर्वत्र सराहना हो रही है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस की कार्य प्रणाली में आये सकारात्मक बदलाव का परिणाम दिख भी रहा है। अब अपराधियों में पुलिस का भय है। पुलिस की सक्रियता और सख्त कार्रवाइयों से 12 हजार से अधिक अपराधियों ने स्वयं जमानत निरस्त कराकर न्यायालय में आत्म समर्पण किया है। प्रदेश में बने सुरक्षा के वातावरण के परिणामस्वरूप दुनिया भर के निवेशक और उद्यमी राज्य में निवेश के इच्छुक हैं। यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट-2018 में प्रदेश में लगभग 05 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार बालिकाओं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है। इनके अपराधियों के प्रति पुलिस को पूरी सख्ती से पेश आना चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु 1090-विमेन पावर लाइन, ‘एण्टी रोमियो स्क्वाॅड’ आदि व्यवस्थाएं संचालित हैं। महिलाओं के प्रति अपराध पर नियंत्रण के लिए ‘एण्टी रोमियो स्क्वाॅड’ को निरन्तर कार्य करना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस को राजस्व और सामान्य प्रशासन के साथ सामंजस्य बनाकर कार्य करना चाहिए। इससे कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में सुविधा होगी। पुलिस को थाना दिवस एवं सम्पूर्ण समाधान दिवस के माध्यम से जनसामान्य की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करना चाहिए। पुलिस अधिकारियों द्वारा फरियादियों की समस्याओं के व्यावहारिक एवं समयबद्ध समाधान से, जनसामान्य को पुलिस की संवेदनशीलता का एहसास होगा। इससे पुलिस को जनसहयोग भी प्राप्त होगा और कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए उपयोगी सूचनाएं भी मिलेंगी। इसके लिए सभी पुलिस अधिकारियों को प्रतिदिन कम से कम दो घण्टे कार्यालय में बैठकर जनसमस्याओं के शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण का प्रयास करना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से जनता के साथ संवाद बनाना चाहिए। पुलिस के वरिष्ठ से लेकर कनिष्ठ अधिकारी तक फुट पेट्रोलिंग के दौरान जनसामान्य, महिलाओं, बालिकाओं एवं व्यापारियों आदि से संवाद करेंगे, तो जनता में पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ेगा और कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होगी। दीपावली के अवसर पर पुलिस अधिकारियों की फुट पेट्रोलिंग बड़ी प्रभावी सिद्ध हुई थी। इसे सामान्य दिनों में भी जारी रखना चाहिए। प्रयागराज कुम्भ-2019 के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा लोकार्पित इण्टीग्रेटेड कण्ट्रोल कमाण्ड एण्ड सेण्टर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण में टेक्नोलाॅजी की प्रभावी भूमिका हो सकती है। प्रदेश के 10 स्मार्ट सिटी में इण्टीग्रेटेड कण्ट्रोल कमाण्ड एण्ड सेण्टर की स्थापना कर अपराधों पर नियंत्रण किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी दागी अथवा क्षमताहीन अधिकारी की नियुक्ति थाने में नहीं की जानी चाहिए। इसकी समीक्षा रेंज में डीआईजी एवं आईजी तथा जोन में एडीजी द्वारा की जानी चाहिए। इन अधिकारियों को जनपदों में कैम्प करने के साथ पुलिस लाइन और थानों का निरीक्षण करना चाहिए। निरीक्षण के दौरान पंजीकाओं के साथ ही इन अधिष्ठानों की अन्य व्यवस्थाओं यथा स्वच्छता आदि का भी जायजा लिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस को मीडिया के सामने सही तथ्य लाने चाहिए। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के माध्यम से मीडिया ब्रीफिंग की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस व्यवस्था में बदलाव एवं आधुनिकीकरण पर ध्यान केन्द्रित किया है। उग्रवादी, आतंकवादी आदि घटनाओं पर नियंत्रण के लिए एटीएस का पुनर्गठन करने के साथ आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये गये। संगठित अपराध पर नियंत्रण के लिए एसटीएफ का सुदृढ़ीकरण किया गया है। आपदा की स्थितियों से निपटने के लिए एसडीआरएफ का गठन किया गया। पीएसी की तीन महिला वाहिनियों, शामली में पीएसी की वाहिनी के गठन के साथ ही पीएसी की 54 कम्पनियों के पुनर्गठन का कार्य किया जा रहा है। पुलिस लाइन रहित जनपदों में पुलिस लाइन की स्थापना की जा रही है।

इसके साथ ही, प्रदेश पुलिस बल से जुड़ी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी राज्य सरकार ने कई कदम उठाये हैं। अच्छा कार्य करने वाले पुलिस कर्मचारियों के उत्साहवर्धन हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रशंसा चिन्ह की संख्या को 200 से  बढ़ाकर 950 किया गया है। सेवा काल के दौरान वीरतापूर्ण कार्य करते हुए शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों के परिजनों की अहेतुक सहायता राशि को बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दिया गया है।

इसके अलावा, शहीद पुलिस कर्मियों के माता-पिता को 10 लाख रुपये दिये जा रहे हैं। मृतक कर्मियों के आश्रितों को असाधारण पेंशन तथा दिवंगत पुलिस कर्मी की मृत्यु की तिथि से विलम्बतम 03 माह के अन्तर्गत सेवायोजन का लाभ दिया जा रहा है। सेवाकाल के दौरान कोमा में जाने वाले पुलिसकर्मियांे को असाधारण पंेशन देने की व्यवस्था की गई है। कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान गम्भीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को एकमुश्त धनराशि प्रदान किये जाने का राज्य सरकार द्वारा गम्भीरता से विचार किया जा रहा है। पुलिसकर्मियों, आरक्षियों के लिए आवासीय सुविधा हेतु धनराशि की व्यवस्था की गयी है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह ने कहा कि राज्य पुलिस बल द्वारा बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाया गया है। महिलाओं के प्रति अपराध नियंत्रण में भी उल्लेखनीय सफलता मिली है। पुलिस को बेहतर आवासीय सुविधा के लिए कार्य किया जा रहा है। बेहतर पुलिसिंग के लिए पुलिस व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया गया है। इससे पुलिस का मनोबल ऊंचा हुआ है। पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री जी को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More