नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का दौरा किया। उन्होंने महाराज सुहेलदेव पर स्मारक डाक टिकट जारी किया। उन्होंने गाजीपुर में एक चिकित्सा महाविद्यालय का शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान जिन परियोजनाओं का अनावरण हुआ है, वे पूर्वांचल को एक चिकित्सा केंद्र तथा कृषि में अनुसंधान का केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रधानमंत्री ने एक बहादुर योद्धा तथा एक नायक, जो लोगों को प्रेरित करता है, के रूप में महाराजा सुहेलदेव को याद किया। उन्होंने महाराजा सुहेलदेव की युद्ध संबंधी एवं सामरिक क्षमतातथा प्रशासनिक कौशलों की चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार उन सभी लोगों की विरासत को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने भारत की रक्षा एवं सुरक्षा तथा उसके सामाजिक जीवन के प्रयोजन में योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार एवं उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार, दोनों ही लोगों की चिंताओं के प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए सम्मानपूर्ण जीवन सुनिश्चित करना ही मिशन है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस चिकित्सा महाविद्यालय का शिलान्यास किया गया है, वह क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि यह इस क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग रही है जो जल्द ही वास्तविकता में तब्दील हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह उन कई महत्वपूर्ण अस्पतालों में से एक है, जिसकी स्थापना क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए की जा रही है। इस संदर्भ में उन्होंने उन अस्पतालों का भी उल्लेख किया, जो गोरखपुर एवं वाराणसी में स्थापित किए जाने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र पर आजादी के बाद से पहली बार केंद्र सरकार द्वारा इतना अधिक ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना और रोगियों को मिलने वाले उपचारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केवल 100 दिनों में भी छह लाख से अधिक लोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई बीमा योजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि देशभर के 20 लाख व्यक्ति जीवन ज्योति या सुरक्षा बीमा योजनाओं के साथ जुड़ चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में चल रही कई परियोजनाओं का उल्लेख किया जो कृषि के साथ जुड़ी हैं। इनमें वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, वाराणसी एवं गाजीपुर में कार्गो सेंटर, गोरखपुर में उर्वरक संयंत्र और बाण सागर सिंचाई परियोजना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी अभिनव पहलों से किसानों को लाभ पहुंचेगा तथा उनकी आय को सुधारने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि केवल तात्कालिक राजनीतिक लाभ के लिए उठाए गए कदमों से देश की समस्याओं के समाधान में मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लागत से डेढ़ गुनी कीमत के आधार पर 22 फसलों की एमएसपी निर्धारित की है। उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए उठाए गए कई अन्य कदमों का भी उल्लेख किया।
कनेक्टिविटी संबंधित प्रगति की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए कार्य तेज गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि तारीघाट-गाजीपुर-मऊ पुल पर कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि वारणसी एवं कोलकाता के बीच में हाल में खोले गए जलमार्ग से भी गाजीपुर को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ावा देंगी।