नई दिल्ली: केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री, श्री राम विलास पासवान ने उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय से जुड़ी सांसदों की परामर्श समिति की बैठक की अध्यक्षता की। परामर्श समिति की बैठक में कानपुर स्थित राष्ट्रीय चीनी संस्थान के कामकाज की समीक्षा की गई। यह संस्थान इस मंत्रालय का अधीनस्थ कार्यालय है। यह शिक्षण, प्रशिक्षण, परामर्श,अनुसंधान और चीनी के लिए मानकों को तैयार करने जैसे मुख्य कार्य करता है।
अध्यक्ष और परामर्श समिति के अन्य सदस्यों को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक ने इस बात पर जोर दिया कि यह संस्थान केन्द्रीय मंत्री श्री राम विलास पासवान के इस संस्थान को वैश्विक प्रतिष्ठा के संस्थान ने बदलने के सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस संस्थान का लक्ष्य उद्योग की जरूरतों, आवश्यकताओं के आधार पर प्रत्येक वर्ष एक नया कोर्स शुरू करना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस संस्थान का एक अन्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कम से कम एक नया पेटेंट हर साल दायर किया जाये। परामर्श समिति के सदस्यों के सामने संस्थान के कामकाज के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी दी गई।
प्रस्तुति के बाद उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान ने कहा कि इस संस्थान का विकास और तरक्की के लिए भविष्य की योजनाएं बनाई जानी चाहिए। जिससे यह सुनिश्चित हो कि संस्थान के पास उपलब्ध सभी संसाधनों का कुशलतापूर्वक और प्रभावी रूप से उपयोग किया जा सके। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री श्री सी.आर. चौधरी ने प्रशिक्षण अनुसंधान और परामर्श के क्षेत्र में किये गये अच्छे काम के लिए संस्थान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख संस्थान होने के साथ-साथ इसे अपने छात्रों और विद्वानों के रोजगार कारक पर भी ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा उत्पादकता पहलू पर भी जोर देना चाहिए। उन्होंने अनुसंधान को उद्योगों और फैक्ट्रियों तक ले जाने पर भी जोर दिया।
श्री चौधरी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री श्री राम विलास पासवान की गन्ना किसानों के लाभ और चीनी उद्योग की स्थिरता में सुधार लाने के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए, जैसा कि इस संस्थान द्वारा बायो-गैस उत्पाद की मदद से पिराई किये गये गन्ने की खोई और फिल्टर केक के लिए किया गया है।