फिल्म पद्मावत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सुर्खियों में आई राजपूत करणी सेना ने दावा किया है कि वे कंगना रनौत स्टारर ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल नहीं हैं. करणी सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता और रिटायर्ड मेजर डॉ हिमांशु ने कहा है कि राजपूत करणी सेना का नाम खराब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम तब तक फिल्म मणिकर्णिका का विरोध नहीं करेंग, जब तक हमारे पास किसी परिवार या समाज से कोई पुख्ता जानकारी या ठोस वजह हासिल नहीं हो जाती है. कई लोग निजी स्वार्थ के लिए करणी सेना का नाम खराब कर रहे हैं.
हिमांशु ने कहा -‘मुझे लगता है कि कंगना की फिल्म का विरोध करने वाले लोग अपने स्वार्थ के लिए करणी सेना के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं और ऐतिहासिक पात्रों का अपमान कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा- ‘हमारा उद्देश्य बेहद साफ है. अगर कोई परिवार या कोई कम्युनिटी हमारे पास पहुंचती है या इतिहासकारों को किसी बात पर आपत्ति है और वो हमारी मदद लेने की कोशिश करते हैं तो पहले हम उस मुद्दे के बारे में जानने की कोशिश करते हैं और अगर हमें बात लॉजिकल लगती है तो हम स्टैंड लेते हैं.’
उन्होंने आगे कहा ‘सबसे पहले तो ये साफ होना चाहिए कि कौन सी करणी सेना प्रदर्शन कर रही है. कोई भी सामने से आकर कहे कि वे करणी सेना का हिस्सा है तो ऐसे दावों को आंख मूंदकर मानना नहीं चाहिए.’
हिमांशु ने कहा-‘फिल्म पद्मावत के मामले में भी कुछ लोग करणी सेना का हिस्सा बने थे. ऐसे कई लोग थे जो टीवी पर करणी सेना का प्रतिनिधित्व करते नज़र आए, लेकिन पिछले 12 सालों में हमने उन्हें एक बार भी नहीं देखा है. मुझे लगता है कि ऐसे तत्व करणी सेना और ऐतिहासिक पात्रों का अपमान करते हैं.’
पद्मावत मुद्दे के बारे में बात करते हुए हिमांशु ने कहा कि ‘कुछ परिवारों को फिल्म से आपत्ति थी और उनसे इस बारे में सलाह मश्विरा नहीं किया गया था. हम सरकार और सेंसर बोर्ड के पास गए. हम देश के कई मुख्यमंत्रियों के पास गए और इन 11 मुख्यमंत्रियों ने हमारी आपत्ति पर लिखित में हामी भरी थी. प्रदर्शन किसी गंभीर मुद्दे पर होने चाहिए. करणी सेना के नाम पर दुकान चलाने वाले लोगों को हमारा कोई समर्थन नहीं है और मीडिया को भी ऐसे लोगों को हतोत्साहित करना चाहिए.’
गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि करणी सेना ने रानी लक्ष्मीबाई पर बेस्ड कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका के दो सीन्स को लेकर आपत्ति जताई थी. उन्होंने निर्माताओं को धमकी दी कि अगर उन्हें फिल्म नहीं दिखाई गई तो वे तोड़फोड़ करेंगे और मूवी सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे.
कंगना ने करणी सेना की धमकी का करारा जवाब देते हुए कहा था कि, ‘मैं किसी से डरती नहीं हूं और चार इतिहासकारों ने मणिकर्णिका देखी है. हमने सेंसर से सर्टिफिकेट भी लिया है. अगर वे नहीं रुके तो उन्हें भी पता होना चाहिए कि मैं भी राजपूत हूं और उनमें से एक-एक को नष्ट कर दूंगी.’
मणिकर्णिका 25 जनवरी को रिलीज हो रही है. ये पीरियड ड्रामा, कंगना का ड्रीम प्रोजेक्ट है. मणिकर्णिका से कंगना बतौर डायरेक्टर भी डेब्यू कर रही हैं.