नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उचित नैतिक व नीतिगत मूल्यों के साथ ज्ञान का उपयोग रचनात्मक कार्यों के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्ञान दोधारी तलवार है और कोई व्यक्ति इसका इस्तेमाल रचनात्मक या विध्वंसात्मक कार्यों के लिए कर सकता है। उचित नैतिक व नीतिगत मूल्यों से ही अंतर स्पष्ट होता है। श्री राजनाथ सिंह आज उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में स्थित सीआईएसएफ कैम्प में केंद्रीय विद्यालय की आधारशिला रखने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे।
गृह मंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं और भारत सॉफ्टवेयर हब के रूप में उभरा है। हालांकि कुछ दिग्भ्रमित युवा अपने कौशल का इस्तेमाल असामाजिक गतिविधियों के लिए कर रहे हैं। ऐसे युवा अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों से प्रभावित लगते हैं। उन्होंने शिक्षकों से छात्रों को उचित मूल्य एवं नैतिक शिक्षा प्रदान करने का आग्रह किया।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नया केंद्रीय विद्यालय सीएपीएफ कर्मियों के लिए एक वरदान साबित होगा क्योंकि सीएपीएफ के तीन बलों के कैंप निकट में स्थित हैं। हाल ही में गृहमंत्री ने इस कैंपस में एक रैफरल अस्पताल का उद्घाटन किया था।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा तथा सीआईएसएफ के डीजी श्री राजेश रंजन भी उपस्थित थे।