नई दिल्ली: इंडिया स्टील 2019 – प्रदर्शनी और सम्मेलन का 22 से 24 जनवरी, 2019 तक मुम्बई में आयोजित किया जायेगा। इस्पात मंत्रालय द्वारा आयोजित यह तीन दिवसीय कार्यक्रम इस्पात उद्योग के भविष्य के प्रगति पथ की योजना बनाने में मदद करेगा। इस आयोजन में एनएसएमई से लेकर भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय इस्पात क्षेत्र की प्रसिद्ध कंपनियां भाग ले रही हैं। यह आयोजन सभी हितधारकों को इस्पात क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने के लिए मजबूत योजना बनाने की दिशा में योगदान के तरीकों की पहचान करने के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए एक अवसर उपलब्ध कराएगा। अंतर्राट्रीय प्रौद्योगिकी प्रदाताओं की उपस्थिति प्रौद्योगिकी उन्न्यन या प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए भारतीय कंपनियों को उनके साथ बातचीत करने का आकर्षण पैदा करेगी। प्रदर्शनी में उत्पाद, प्रौद्योगिकियों और दुनिया भर में इस्पात उत्पादों की श्रेष्ठ प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया जायेगा।
इस आयोजन में 15 देशों की 250 से अधिक प्रदर्शन करने वाली कंपनियां, 200 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मेज़बान खरीदार और बड़ी संख्या में प्रतिनिधि व्यापार बैठकों का आयोजन करेंगे। भारत और विदेशों के 10,000 से अधिक व्यापार आगंतुकों के आने की भी अम्मीद है। इस्पात मंत्रालय दो वर्षों में एक बार इंडिया स्टील प्रदर्शनी और सम्मेलन का आयोजन करता है। पिछले वर्षों के दौरान खरीददारों, विक्रेताओं, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, विनिर्माताओं, व्यापारियों, आयातकों और इस्पात क्षेत्र के अन्य संबद्ध संगठनों और संस्थानों के लिए एक पसंदीदा मंच बन गया है। वर्ष 2018 के दौरान भारत कच्चे इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है। भारत दुनिया में स्पंज आयरन का सबसे बड़ा और चीन और अमरीका के बाद इस्पात खपत का 30वां बड़ा देश बन गया है। इस्पात मंत्रालय द्वारा घोषित राष्ट्रीय इस्पात नीति (एनएसपी) 2017 में 2030-31 तक 300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन की कल्पना की गई है। इंडिया स्टील 2019 एनएसपी 2000 के अनुरूप विश्व स्तर का प्रतिस्पर्धात्मक इस्पात उद्योग विकसित करने के प्रयासों की श्रृंखला का एक हिस्सा है।