देहरादून: भारत की प्रमुख बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 17-18 की तीसरी तिमाही के 58 करोड रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 18-19 की तीसरी तिमाही में 89 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 18-19 की तीसरी तिमाही में 49 करोड रुपये का संवहनीय बीमा-लेखन मुनाफ़ादर्ज किया, जबकि इसे वित्त वर्ष 17-18 की तीसरी तिमाही में 41 करोड़ रुपये का बीमा-लेखन घाटा उठाना पड़ा था। सकल लिखित प्रीमियम में भी 37% की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई, जो वित्तवर्ष 17-18 की तीसरी तिमाही के 927 करोड रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 18-19 की तीसरी तिमाही में 1,272 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वित्त वर्ष 18-19 की तीसरी तिमाही में ऋण-शोधन क्षमता अनुपात 2.33 रहा, जो गत वर्ष इसी अवधि में 2.72 था।
मौजूदा वित्तीय परिणामों पर टिप्पणी करते हुए श्री रिखिल शाह, सीएफओ, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने कहा, “एसबीआई जनरल ने वित्त वर्ष 18-19 के दौरान अपनी विकास की गति कोबरकरार रखा है, तथा दिसंबर 2017 के उपरांत से आज तक हमने लगभग 32% की वृद्धि हासिल करने में सफलता पाई है। इस क्षेत्र के सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक होने के बावजूद हमनेपरिचालन कार्यों के आरंभ के बाद से ही प्रभावशाली प्रगति देखी है। हमारा यह दृढ़ विश्वास है कि बीमा-लेखन मुनाफ़ा हासिल करने में ही बीमा कंपनी की असली ताकत निहित है। इसलिए, वित्त वर्ष 18-19 की तीसरी तिमाही के लिए 49 करोड़ रुपये के बीमा-लेखन लाभ तथा अब तक समग्रतः 86 करोड़ रुपये के बीमा-लेखन लाभ की घोषणा करते हुए हमें गर्व का अनुभव हो रहाहै।
एसबीआई जनरल अपने ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को उपलब्ध कराने में विश्वास रखता है। हम महानगर में मौजूद अपने ग्राहकों के लिए आरोग्यप्रीमियर जैसे स्वास्थ्य उत्पादों की पेशकश करते हैं, तो दूसरी ओर हम टीयर प्प् ध् प्प्प् शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के अपने ग्राहकों के लिए सरल स्वास्थ्य बीमा उत्पाद भी उपलब्ध कराते हैं।इस वक्त बीमा उद्योग बेहद रोमांचक चरण से गुजर रहा है तथा हम इस क्षेत्र में नेतृत्वकर्ता के तौर पर अपनी पहचान बनाने के प्रति आशान्वित हैं।”