पौड़ी: छावनी परिषद द्वारा आयोजित लैंसडौन महोत्सव का शुभारंभ मा0 मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत, कृषि मंत्री डा. हरक सिंह रावत, विधायक दिलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत, ब्रिगेडियर इंद्रजीत चटर्जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस दौरान गर्ल्स इंटर कालेज, आर्मी स्कूल, कैंट स्कूल के बच्चों ने गढ़वाली चौंफला, झुमैला, थड़िया नृत्यों की आर्कषक प्रस्तुतियां दी। सैनिकों ने हाईलेंड नृत्य की प्रस्तुति भी प्रस्तुत की। मा0 मुख्यमंत्री का स्वागत चंद्रबदनी के सुप्रसिद्ध ढोल सागर टीम ने उत्तराखंडी वाद्य यंत्रों के प्रदर्शन के साथ किया। मा0 मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर आने पर दर्शक दीर्घा पर आए और उन्होंने सभी लोगों के पास जाकर उनका अभिवादन स्वीकारा। कार्यक्रम में अपने संबोंधन में मा0 मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि लैंसडौन देश के पर्यटन में अहम स्थान रखता है, इसकी नैसर्गिक सुंदरता देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर लुभा रही है, इसलिए इसकी प्राकृतिक छटाओं को बनाए रखते हुए इसका विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में रानीखेत तथा लैंसडौन का सैन्य तथा पर्यटन दृष्टि से अहम स्थान है, इसका गौरव यहां की प्रकृति है। उन्होंने कहा कि इसके गौरव को बरकरार रख कर ही इसका विकास कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सैनिक तथा सिविल के बीच आपसी सामंजस्य यहां की गौरवमयी परंपरा के द्योतक हैं। उन्होंने कहा कि विकास की प्रभावी योजना बनाकर इन दोनों जगहों का विकास किया जाएगा। उन्होंने कृषि, शिक्षा, के क्षेत्र में विकास की अपनी प्रतिबद्धता जताई और लोगों का आह्वान किया कि वे भी विकास में अपनी सहभागिता निभाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार के नेतृत्व में राज्य का चॅहुमुखी विकास होगा। उन्होंने वाटर हार्वेस्टिंग योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने हस्तशिल्प को अपनाने पर जोर दिया और उसके संरक्षण का भरोसा दिलाया। नगर में वर्ष 1987 में शताब्दी समारोह में सीएम वीरबहादुर सिंह आए थे। इसके बाद नगर के सार्वजनिक कार्यक्रम में पहली बार किसी सीएम ने सार्वजनिक समारोह में शिरकत की। इस दौरान मा0 मुख्यमंत्रीजी द्वारा प्रमुख घोषणायें की गई जिनमें लैंसडौन-पौड़ी-खिर्सू पर्यटन सर्किट के साथ कण्वाश्रम तथा ताड़केश्वर का विकास किया जाएगा, लैंसडौन के पर्यटन विकास को झील निर्माण, लैंसडौन महोत्सव के लिए राज्य सरकार धन उपलब्ध कराएगी, भैरवगढ़ी पम्पिंग योजना का काम आगामी वित वर्ष में चालू हो जाएगा, लैंसडौन स्थित खाली पड़े सिंचाई कार्यालय के भवन में पोलीटेक्निक भवन बनाने, बसड़ा में गार्टर पुल, पीपलचौड़ी में 5 किमी मोटर मार्ग, फतेहपुर से लैंसडौन मोटर मार्ग के चौड़ीकरण, समखाल मैंदोली मार्ग के विस्तारीकरण, पौखाल-मंज्याड़ी मोटर मार्ग 5 किमी, दंगलेश्वर-बेबड़ी-कंदोली मोटर मार्ग, सीला गांव में गार्टर पुल, लैंसडौन से नैनीताल के लिए प्रातःकालीन बस सेवा लगाने, बांसी-गज्वाड़ 6 किमी रोड, लैंसडौन लोनिवि गेस्ट हाउस के पुर्ननिर्माण, लैंसडौन गर्ल्स कालेज में दो अतिरिक्त कक्ष की मंजूरी दी।
समारोह में विधायक गणेश गोदियाल, राज्य विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, राज्य आंदोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, उपाध्यक्ष कैंट डा. एसपी नैथानी, सीईओ कैंट राजीव कुमार, दिनेश रावत, राजेंद्र राना, राजेश घ्यानी, इंद्रा रावत, सुमित्रा नेगी, महिपाल रावत, आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रवींद्र नेगी तथा बबीता ध्यानी ने संयुक्त रूप से किया।
इसके पश्चात मा0 मुख्यमंत्रीजी विकासखण्ड पोखड़ा पहुचंे जहां उन्होंने ढेर गांव में हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी पोखड़ा का शिलान्यास किया। इस यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य जनमंच कल्याण एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान मा0 मुख्यमंत्रीजी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आगामी माह फरवरी में विधान सभा का विशेष सत्र बुलाकर बिल पास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि दिसम्बर माह तक प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। कोई भी विद्यालय शिक्षकविहीन नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि 2017 में कांग्रेस सरकार फिर से बनती है तो चार विभागों में केवल लड़कियों की ही नियुक्ति की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस थाने में एक महिला एसआई नियुक्त की जायेगी। उन्होंने पटौटी-एकेश्वर पंपिंग पेयजल योजना शुरू करने के बात कही। इसके साथ ही उन्होंने किर्खू में खेल मैदान बनाने, देवराजखाल में महिला आईटीआई खोलने तथा तहसील चौबट्टाखाल में सब रजिस्ट्रार कार्यालय खोलने की बात कही। इस मौके पर उन्होंने आईटीआई पोखड़ा में मैकेनिकल ट्रेड शुरू करने की घोषणा की।