देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत एफ.आर.आई में सी.एम.ए.आई द्वारा आयोजित द्वितीय उत्तराखण्ड तकनीकि शिक्षा गोष्ठी 2015 में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा तकनीकि शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले व्यक्तियों को पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया। अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मुझे आशा है कि इस गोष्ठी में अलग अलग विधाओं के विशेषज्ञों द्वारा अपने अनुभवों को शेयर किया होगा। उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारा राज्य जनसंख्या के औसत के हिसाब से अन्य राज्यों से बहुत आगे हैं। देहरादून तो शिक्षा के क्षेत्र में सबसे आगे है। उत्तराखण्ड सरकार अपनी जीडीपी का एक बहुत बड़ा हिस्सा शिक्षा के क्षेत्र में खर्च कर रही है। जिसमें भी तकनीकि शिक्षा का हिस्सा ज्यादा है। ऐसे बहुत कम राज्य हैं जहाँ बड़ी संख्या टेक्निकल काॅलेज हैं। राज्य सरकार इस क्षेत्र में और भी बहुत कुछ करने का प्लान कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में तकनीकि शिक्षा का क्षेत्र इतना प्रोडक्टिव नहीं हो पा रहा है। हमें इस पर सोचना होगा कि इस कमी को कैसे भरा जाय। सरकार उन्नति नाम के प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रारम्भ से ही बच्चों का रूझान जानने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिये रोडमैप तैयार किया जाना जाय।