देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने परेड ग्राउण्ड में आयोजित सरस मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि सरस मेला देहरादून के जीवन में सरसता जोड़ने का कार्य कर रहा है। हस्तशिल्प, ग्राम शिल्प के साथ ही स्थानीय उत्पादों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये गये उत्पाद लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले 2-3 सरसों में 20 हजार महिलाओं को स्वरोजगारी व्यवसायी बनाने का है।
राज्य सरकार उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध करायेगी। सरकारी भवनों में स्थानीय उत्पादों के स्टाॅल के लिये स्थान उपलब्ध कराये जायेंगे, ताकि यहां के उत्पादों को लोग अधिक से अधिक क्रय कर सके। उन्होंने सरस की परम्परा का राज्य स्तर के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी आयोजित करने को कहा। उन्होंने कहा कि यहां पर देश के विभिन्न भागों से आये समूहों से शिल्प का आदान प्रदान भी होगा तथा एक-दूसरे राज्य के व्यवसायियों को ओर अच्छा करने का प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पंवार ने कहा कि इस मेले में विभिन्न प्रदेशों के 100 तथा उत्तराखण्ड के स्वयं सहायता समूहों के 120 स्टाॅल लगाये गये है। मेले में लोग एक दूसरे की कला, संस्कति से भी परिचित होंगे। मेला 10 नवम्बर तक आयोजित होगा। अपर सचिव ग्राम्य विकास युगल किशोर पंत ने आभार व्यक्त किया।