नई दिल्ली: कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबीन इरानी ने नई दिल्ली में हस्तशिल्प परिसर का शिलान्यास किया। अपने संबोधन में श्रीमती इरानी ने कहा कि भवन का नाम दीनदयाल अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प भवन रखा जाएगा और पुरस्कृत हस्तशिल्पियों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए बारी-बारी से जगह आवंटित की जाएगी। इस प्रक्रिया में दिव्यांग हस्तशिल्पियों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि हस्तशिल्प भवन में देशभर से आने वाले दस्तकारों को रहने की सुविधा भी दी जाएगी। इसके अलावा अलग से अनुसंधान शाखा भी खोली जाएगी और लुप्तप्राय हस्तशिल्प पर अनुसंधान होगा तथा उभरते हुए दस्तकारी उत्पादों और उसके बाजारों का ध्यान रखा जाएगा।
इस समय हस्तशिल्प संबंधी विभिन्न कार्यालय भिन्न-भिन्न स्थानों पर स्थित हैं। हस्तशिल्प भवन तैयार हो जाने के बाद वहां दस्तकारों के लिए 23 दुकानें, दक्षेस देशों के दस्तकारों के लिए एक शोरूम, एक स्टॉल, पांच वीथिकायें और एक सम्मेलन कक्ष बनाये जायेंगे। यहां देशभर के और दक्षेस देशों से आने वाले दस्तकारों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जायेंगी।
इस अवसर पर दक्षिण दिल्ली के सांसद श्री रमेश बिधूड़ी और हस्तशिल्प विकास आयुक्त श्री शांतमनु सहित हस्तशिल्पी उपस्थित थे। हस्तशिल्प भवन का निर्माण एनबीसीसी 113.56 करोड़ रुपये की लागत से कर रहा है। इसका निर्माण 18 महीनों में पूरा हो जाएगा।