लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार को लखनऊ में दिलकुशा एवं जनेश्वर मिश्र पार्क के बीच गोमती नदी (पिपरा घाट) पर निर्माणाधीन 160.68 मीटर लम्बे सेतु को पूरा कराने हेतु शीघ्र कार्यकारी अनुमति प्रदान कराने का अनुरोध किया है, जिससे इस सेतु का निर्माण शीघ्र पूरा हो सके।
यह जानकारी देतु हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रीकर को लिखे पत्र में बताया है कि वर्तमान में लखनऊ-सुलतानपुर रेल लाइन पर एक अण्डर पास निर्मित है। अण्डर पास से इस सेतु के निर्माण के फलस्वरूप दिलकुशा की ओर से गोमतीनगर, नवीन हाईकोर्ट, गोमतीनगर विस्तार, शहीद पथ होते हुए लखनऊ-फैजाबाद व लखनऊ-रायबरेली, लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राज्यमार्ग तथा एयरपोर्ट जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो जाएगा। फलस्वरूप लखनऊ नगर में टैªफिक का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस सेतु का निर्माण मई, 2015 से प्रारम्भ करके लगभग 40 फीसदी कार्य पूर्ण किया जा चुका है। सेतु का निर्माण सेना की आपत्ति के कारण दिलकुशा साइड से लम्बित है। सेना द्वारा दिलकुशा की तरफ 152 मीटर लम्बाई में आर्मी/कैण्टोमेण्ट बोर्ड की भूमि बतायी गयी है। इस सम्बन्ध में 04 जुलाई, 2015 को सेना, लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम एवं राजस्व विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त सर्वे के फलस्वरूप पाया गया कि सेतु एवं दिलकुशा की तरफ पहुंच मार्ग के निर्माण हेतु 152 मीटर लम्बाई में सेना के भूमि की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए केवल कार्यकारी अनुमति (वर्किंग परमिशन) की जरूरत है।
श्री यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि कार्यकारी आदेश हेतु 31 अगस्त, 2015 को प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा निदेशक (एल एण्ड सी) रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली से अनुरोध किया गया है, किन्तु अभी तक इस सम्बन्ध में रक्षा मंत्रालय से वांछित अनुमति प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने रक्षा मंत्री से इस लोक महत्व की परियोजना को शीघ्र पूरा कराने हेतु कार्यकारी आदेश निर्गत करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को अपने स्तर से निर्देशित करने का अनुरोध किया है।