नई दिल्ली: केन्द्रीय आयुष (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येसो नाईक ने गाजियाबाद में राष्ट्रीय यूनानी चिकिस्ता संस्थान (एनआईयूएम) की आधारशिला रखी। इस अवसर पर केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह भी उपस्थित थे।
श्री नाईक ने इस अवसर पर बताया कि आयुष मंत्रालय गाजियाबाद में एनआईयूएम की स्थापना यूनानी चिकित्सा और आयुष की अन्य प्रणालियों के जरिए गुणवत्तायुक्त चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत कर रहा है। उन्होंने बताया कि 300 करोड़ रुपये की लागत से दस एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा यह संस्थान उत्तर भारत में यूनानी चिकित्सा का एक सबसे बड़ा संस्थान होगा। इसमें 200 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा तथा गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और स्नातकोत्तर तथा पीएचडी स्तरों पर शिक्षा की सुविधा भी होगी।
जनरल वी.के. सिंह ने संस्थान खोलने के लिए गाजियाबाद का चयन करने पर आयुष मंत्रालय का आभार जताया। यूनानी चिकित्सा प्रणाली पर बोलते हुए श्री सिंह ने कहा कि यह चिकित्सा प्रणाली विभिन्न रोगों सहित खासतौर से चर्म रोगों के इलाज में बेहद कारगर है।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि आयुष प्रणाली के विकास और प्रोत्साहन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का भरपूर इस्तेमाल करके उन्होंने ‘नमस्ते पोर्टल’ और ‘ए-एचआईएमएस’ जैसी पहल की है। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय गाजियाबाद के एनआईयूएम को यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय संस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद श्री विजयपाल सिंह तोमर, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री धरम सिंह सैनी, उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, साहिबाबाद के विधायक श्री सुनील कुमार शर्मा, मुरादनगर के विधायक अजीत पाल त्यागी, मोदी नगर की विधायक श्रीमती मंजू शिवाच और आयुष मंत्रालय में अवर सचिव श्री प्रमोद कुमार पाठक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।