वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार यहां कहा कि प्रचीन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का ‘दिव्य प्रांगण ‘भव्य बनेगा और इसके लिए आज से ही काम शुरु कर दिया गया है। श्री मोदी ने मंदिर के सुंदरीकरण एवं विस्तारीकरण का कार्य शुरु होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश एवं केंद्र की पिछली सरकारों पर करोड़ों लोगों के आस्था के इस केंद्र की अनदेखी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पिछली सरकार भी यदि इस काम में दिलचस्पी दिखाती तो आज उन्हें शिलान्यास के बजाय उद्घाटन करने का सौभाग्य प्राप्त होता।
इससे पहले उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद भूमिपूजन कर गंगा तट पर जाने वाली इस महात्वाकांक्षी कॉरिडोर निर्माण परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने फावड़े से मिट्टी हटायी और ‘विश्वनाथ धाम एवं शिलान्यास की तिथि ‘8.3.2१९ अंकित ईंटों को जोड़कर नींव डालने के साथ ही सांकेतिक रुप से निर्माण कार्य की शुरुआत की। मंदिर परिसर में आयोजित शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र अब ‘काशी विश्वनाथ धाम’ के नाम से जाना जाएगा। इस धाम का सुंदरीकरण एवं विस्तारीकरण का कार्य पूरा होने के बाद यह देश के अन्य मंदिरों के लिए ‘मॉडल’ के रुप में प्रेरणा का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि करीब सवा दो-ढाई सौ साल साल बाद उन्हें आज मंदिर के विस्तारीकरण करने सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इससे पहले माता अहिल्या बाई के प्रयासों से मंदिर का विस्तार कार्य हुआ था। इस दौरान सैकड़ों वर्षों तक मंदिर का विस्तार का कार्य नहीं हुआ। आजादी के दशकों बाद भी किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। श्री मोदी ने कहा कि विस्तारीकरण के कार्य के दौरान करीब 4 से अधिक पौराणिक मंदिरों का पता चला है, जिन्हें मकानों से ढक दिये गए थे।
आने वाले समय में सरकार इन सभी मंदिरों का सुंदरीकरण करेगी। उन्होंने कहा कि 214 में मां गंगा ने जिस काम के लिए उन्हें यहां बुलाया था, वह आज पूरा हो गया। इसके लिए वह अपने को काफी सौभाग्यशाली मानते हैं।