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प्रज्ञा ठाकुर की बढ़ी मुश्किल, अयोध्या वाले बयान पर चुनाव आयोग सख्त

देश-विदेश

नई दिल्ली: भोपाल से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के एक बयान पर चुनावी घमासान मचा ही हुआ है, कि अब उन्होंने एक नया विवादास्पद बयान देकर चुनावी आग में घी डालने का काम कर दिया है। अयोध्या के विवादित ढांचे वाली उनकी नई टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने फौरन संज्ञान लेकर उनसे एक दिन में जवाब-तलब किया है।

साध्वी से एक दिन के भीतर मांगा जवाब

भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रज्ञा ठाकुर से उस बयान पर जवाब मांगा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘मैंने वह ढांचा (अयोध्या में) ढहाया था, मैं वहां जाऊंगी और राम मंदिर के निर्माण में मदद करूंगी।।’ जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनसे एक दिन के भीतर अपना जवाब देने को कहा है। गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने हेमंत करकरे को श्राप देने वाला अपना बयान वापस भी ले लिया था, लेकिन उसको लेकर जारी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है।

शहीदों को मिले सम्मान-हूडा

इस बीच लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) डीएस हूडा ने भी हेमंत करकरे को लेकर दिए गए उनके बयान की निंदा की है। हूडा ने कहा है, “हां, जब शहीद के बारे में ऐसी बातें कही जाती हैं, तो इससे दुख पहुंचता है, चाहे वह आर्मी हो या पुलिस, उन्हें पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। ऐसी भाषा अच्छी नहीं है।”

विवादों में साध्वी

दरअसल, जब से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के मुकाबले में उतारा है, उनको लेकर हंगामा मचा हुआ है। पहले उनके मालेगांव धमाकों में आरोपी होने के बावजूद टिकट मिलने पर सवाल उठाए गए। फिर जब उन्होंने एटीएस की कस्टडी में प्रताड़ना की बात उठाते हुए तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर खुद के श्राप लगने का दावा जताया, तो ऐसा बवाल उठा जो शांत ही नहीं हो रहा है। हालांकि, अब उन्होंने अपना वह बयान बदली हुई परिस्थियों में वापस भी ले लिया है। इसी बीच उन्होंने अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने में खुद के शामिल होने की बात कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। अब देखना है कि वो जिला निर्वाचन अधिकारी की नोटिस का क्या जवाब देती हैं और आयोग उसपर क्या फैसला लेता है। source: oneindia

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