देहरादून: गोरखा उत्तराखण्ड के गौरव हैं। वे वीरता व शौर्य की अनुपम मिसाल हैं। गोरखाओं की वीरता का इतिहास उत्तराखण्ड की वीरता का भी इतिहास है। गढ़ी कैंट में द्विशताब्दी महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गोरखा भाईयों ने हमेशा राष्ट्रनिर्माण व देश के लिए समर्पण की सोच रखी है। ये हमारी बहुरंगी संस्कृति का अटूट सितारा हैं जिसकी रोशनी में हम अपनी संस्कृति व इतिहास को देखते हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम उत्तराखण्ड की ओर से भरोसा दिलाना चाहते हैं कि जहां भी जरूरत होगी पूरा राज्य उनके साथ खड़ा होगा। गोरखा भाईयों ने देश के लिए हमेशा अपना सर्वोच्च बलिदान किया है। हमे आशा है कि नौजवान पीढ़ी अपने बड़ों के इहिास से प्रेरणा लेगी और अधिक बेहतर करेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वे इस माह अपने आवास पर गोरखा समाज का आभार व्यक्त करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।