लखनऊ: भारत निर्वाचन आयोग के संज्ञान में यह आया है कि उत्तर प्रदेश के जनपद गाजीपुर, चन्दौली, डुमरियागंज तथा झाँसी में रिजर्व ई0वी0एम0 के परिवहन तथा भण्डारण को लेकर कुछ वीडियो क्लिप्स/समाचार, विशेषकर सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए हैं। इन सभी प्रकरणों में सम्बन्धित जिला निर्वाचन अधिकारी/रिटर्निंग आॅफीसर से विस्तृत आख्या प्राप्त की गई। वास्तविक तथ्य इस प्रकार हैं-
1.गाज़ीपुर- गाज़ीपुर में एक प्रत्याशी द्वारा, मतदान में प्रयुक्त हुई ई0वी0एम0 के स्ट्रांग रूम की निगरानी हेतु, पहले यह माँग की गई कि उनके 05 प्रतिनिधियों को, फिर 03 प्रतिनिधियों को, फिर 02 प्रतिनिधियों को 8-8 घंटे की शिफ्ट में रहने की अनुमति दी जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा सभी प्रत्याशियों को समान अवसर के सिद्धांत के तहत प्रत्येक स्ट्राँग रूम की निगरानी हेतु प्रत्येक शिफ्ट में प्रत्येक प्रत्याशी का एक प्रतिनिधि अनुमन्य होगा ताकि सुरक्षा की दृष्टि से अधिक संख्या में लोगों की भीड़ को टाला जा सके। उल्लेखनीय है कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा की गई उक्त व्यवस्था से संबंधित प्रत्याशी सहमत हुए तथा उनके प्रतिनिधि दी गई व्यवस्थानुसार स्ट्राँग रूम की निगरानी कर रहे हैं। मतदान में प्रयुक्त हुई मशीनों के स्ट्राँग रूम की सुरक्षा केन्द्रीय पुलिस बल द्वारा निरन्तर 24 घंटे की जा रही है।
2.चन्दौली-रिजर्व/अप्रयुक्त ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट, सभी राजनैतिक दलों/प्रत्याशियों को पूर्व में सूचित करते हुए, परिसर में निर्धारित स्ट्राँग रूम में रखी जा रही थीं। एक राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों द्वारा इसका विरोध किया गया और यह माँग की गई कि उक्त रिजर्व/अप्रयुक्त ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट मशीनोें को कलेक्ट्रेट कार्यालय में स्थानांतरित किया जाए। इस प्रकार उक्त रिजर्व/अप्रयुक्त ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट मशीनोें को कलेक्ट्रेट कार्यालय में सभी संबंधित के समक्ष रखवाया गया, जिस पर संबंधित राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों द्वारा लिखित रूप में पूरी प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया गया। मतदान में प्रयुक्त हुई मशीनों के स्ट्राँग रूम की सुरक्षा केन्द्रीय पुलिस बल द्वारा निरन्तर 24 घंटे की जा रही है।
3.डुमरियागंज(सिद्धार्थनगर)-यह प्रकरण दिनांक-13.05.2019 को सिद्धार्थनगर से मतदान में अप्रयुक्त/रिजर्व ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट मशीनों को आवश्यकतानुसार अगले चरण के चुनाव वाले जनपदों में स्थानांतरित/परिवहन करने से संबंधित है। कुछ राजनैतिक दलों द्वारा उक्त स्थानांतरण/परिवहन का विरोध किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी के हस्तक्षेप के पश्चात उक्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने चुनाव में प्रयुक्त हुई ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट के स्ट्राँग रूम का मौके पर निरीक्षण किया गया और प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया गया। अप्रयुक्त/रिजर्व ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट मशीनों की संख्या तथा सूची प्रत्याशियों/राजनैतिक दलों को प्रदान की गई है। मतदान में प्रयुक्त हुई मशीनों के स्ट्राँग रूम की सुरक्षा केन्द्रीय पुलिस बल द्वारा निरन्तर 24 घंटे की जा रही है।
4.झाँसी- यह प्रकरण सिटी मजिस्ट्रेट, झाँसी के वाहन में रखी ई0वी0एम0 के समाचार से संबंधित है। यह मतदान में अप्रयुक्त ई0वी0एम0 थी तथा मतदान के पश्चात दिनांक-29/30.04.2019 को मतदान की समाप्ति के पश्चात संबंधित स्ट्राँग रूम में वापस रखने के लिए ले जायी जा रही थी। यह पूरी प्रक्रिया प्रत्याशियों के समक्ष पूरी की गई जिसपर उनके द्वारा संतोष व्यक्त किया गया। इस प्रकरण की जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा तत्समय ही तत्काल मीडिया को दी गई थी।
भारत निर्वाचन आयोग सभी को यह आश्वस्त करना चाहता है कि समस्त लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के सभी मतदेय स्थलों पर मतदान में प्रयुक्त हुई ई0वी0एम0 तथा वीवीपैट मशीनों को निर्धारित स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत आयोग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत सुरक्षित रखा गया है तथा सभी प्रत्याशियों/राजनैतिक दल लगातार उक्त व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनैतिक दलो तथा प्रत्याशियों द्वारा उक्त सुरक्षा-व्यवस्था पर अपना पूर्ण संतोष व्यक्त किया गया है।