लखनऊ: उ0प्र0 के विधि एवं न्याय मंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि विधि अधिकारी, सभी संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों व शासकीय अधिवक्ता गण न्यायालयों में चल रहे मुकदमों में प्रभावी तरीके से प्रशासन का पक्ष रखें। उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था मजबूत होगी तो विकास व सुशासन का मार्ग प्रशस्त होगा।
विधि एवं न्याय मंत्री, आज विधान भवन स्थित तिलक हाल में मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं खण्डपीठ लखनऊ में विचाराधीन वादों की उ0प्र0 राज्य की ओर से समय पर प्रभावी पैरवी/प्रतिशपथपत्र दाखिल किये जाने के संबंध में शासकीय अधिवक्ताओं के साथ आमंत्रित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शासकीय अधिवक्तागण व विभिन्न विभागों के अधिकारी आपसी सामंजस्य व समन्वय बनाकर कार्यों को मजबूती से निष्पादित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मुकदमे की प्रभावी ढंग से तैयारी करके समय से प्रतिशपथपत्र दाखिल करने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि राजकीय अधिवक्तागण शासन को जो पत्राचार करें उसमें अपना मोबाइल नं0, ई-मेल आईडी व विषयवस्तु जरूर लिखें।
श्री पाठक ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि प्रतिउत्तर लिखाने के लिए अधिकारी समय से पूरी जानकारी के साथ वस्तु स्थिति प्रस्तुत करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अवमानना वादों में विशेष रूप् से सजगता बरती जाय, जिससे विभाग के प्रमुख सचिवगण की व्यक्तिगत उपस्थिति का आदेश पारित न हो। उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग के प्रकरण के संबंध में कोई समस्या है, तो संबंधित विभाग के प्रमुख सचिव दूरभाष पर अवगत करायें, जिससे मा0 न्यायालय के समक्ष मजबूती से शासन के मुकदमों को प्रस्तुत किया जा सके।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह श्री अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव न्याय, श्री डी.के. सिंह, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा श्री मुकेश कुमार मेश्राम आदि ने अपने विचार/सुझाव रखे। इस अवसर पर विशेष सचिव, न्याय श्री जे.पी. सिंह, निदेशक, बेसिक शिक्षा, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, निदेशक, उच्च शिक्षा, विशेष सचिव, लो.नि.वि. सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व मा0 उच्च न्यायालय के शासकीय अधिवक्तागण उपस्थित रहे।