लखनऊ: सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने गोरखपुर सर्किट हाउस, सभाकक्ष में जनपद स्तरीय अधिकारियों व विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों एवं निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये कि सरकार विकासपरक योजनाओं व जन कल्याणकारी कार्यक्रमों को लेकर बहुत ही संवेदनशील है। इसलिये सभी अधिकारी व्यक्तिगत प्रयास करके विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को धरातल पर लागू करें।
श्री धर्मपाल सिंह ने समीक्षा बैठक में जनपद की कानून व्यवस्था, महिला अपराध नियंत्रण, दहेज हत्या, अवैध खनन व कमजोर वर्ग पर विशेष ध्यान दिये जाने पर जोर दिया। सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का निर्देश है कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं तथा जन कल्याणकारी कार्यक्रमों को सभी अधिकारी धरातल पर लागू करें। जिले की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था और बेहतर किये जाने का निर्देश दिया। सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत शौंचालयों का निर्माण, गोवंश आश्रय स्थलों पर निराश्रृत गोवंश को रखा जाये। प्रधानमंत्री शहरी आवास, आयुष्मान भारत, सामूहिक विवाह योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, बीज व उरर्वकों की उपलब्धता प्रत्येक दशा में सुनिश्चित की जाये। समीक्षा बैठक में प्रोबेशन व समाज कल्याण, दिव्यांगजन कल्याण विभाग में लंबित पेंशन आवेदनों को एक माह के भीतर निस्तारित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यों को सम्बन्धित विभाग के अधिकारी तथा कार्यदायी संस्था आपसी समन्वय स्थापित कर मानक एवं गुणवत्ता के अनुरूप समय से पूर्ण कराये जाने हेतु विशेष अभियान चलायें।
सिंचाई मंत्री ने राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक श्री डी0पी0 सिंह से प्रस्तावित चिड़ियाघर के निर्माण में शिथिलता बरतने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की तथा स्पष्टीकरण भी मांगा। उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी कार्यों में लापरवाही करेगा उसके विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने जिले में पाइप पेयजल योजना के सही एवं सुचारू संचालन के निर्देश अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि जल्द से जल्द प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल मुहैया करायी जाये। इसलिये करोड़ों की लागत से बनी पाइप पेयजल योजनाओं में तेजी से गुणवत्तापूर्ण कार्य कराये जायें। जनपद में शिक्षा व्यवस्था अच्छे ढंग से सुचारू किये जाने हेतु शिक्षा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि समय से पाठ्य पुस्तकों व पाठन सामग्रियों आदि का वितरण कराये जायें तथा छात्रों की उपस्थिति पंजीकरण के सापेक्ष सुनिश्चित करायी जाये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि पशुओं का टीकाकरण समय से कराया जाये तथा गोवंश आश्रय स्थलों पर पशुओं के लिये समुचित प्रबन्ध कराये जायें, जिससे पशुओं की हानि न हो सके। स्वच्छता कार्यक्रमों की समीक्षा में अधिशाषी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि नगरीय क्षेत्रों में कहीं भी गन्दगी न मिले अभियान चलाकर सफाई करायी जाये तथा ठोस अपशिष्ट प्रबन्ध के लिये भी ठोस कदम उठाये जाने के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करायी जाये।
प्रभारी मंत्री ने अधिशाषी अभियन्ता पीडब्ल्यूडी, लो0नि0वि0ध्प्रान्तीय को निर्देशित किया कि जनपद में नई सड़कों का निर्माण, सेतुओं का निर्माण, गड्ढा मुक्त सड़कों को मानक एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय पूर्ण कराये जायें। बाल विकास, कृषि, खाद्य एवं रसद, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, खाद्य एवं रसद के अन्तर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, जन शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए अधिशाषी अभियन्ता विद्युत खण्ड-1, 2 को निर्देश दिया कि सरकार की मंशानुरूप रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति की जाये तथा ग्रामों का ऊर्जीकरण, सौभाग्य योजना के अन्तर्गत नये विद्युत कनेक्शन मुहैया कराये जायें। स्पष्ट रूप से उपस्थित अधिकारियों को निर्देश किया कि अगले माह के मेरे भ्रमण से पूर्व अपने-अपने विभाग की योजनाओं/कार्यक्रमों को धरातल पर प्रत्येक दशा में दिखायें।