नई दिल्ली: केबल टीवी मनोरंजन और शिक्षा का सर्वाधिक लोकप्रिय माध्यम है। देश में 100 मिलियन से अधिक केबल टीवी उपभोक्ता हैं। केबल टीवी सेवाओं का डिजिटलीकरण चरणबद्ध तरीके से चार चरणों में किया जा रहा है। इसका ब्यौरा इस प्रकार है :-
चरण | क्षेत्र | एनालॉग केबल टीवी प्रसारण का अंतिम दिन |
चरण –1 | चार महानगर- दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, और चेन्नई | 31.10.2012 |
चरण –2 | 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर (38 शहर) | 31.03.2013 |
चरण –3 | चरण-1 और चरण-2 के लिए नियत शहरों/कस्बों/क्षेत्रों को छोड़कर अन्य सभी शहरी क्षेत्र (नगर निगम/नगर पालिकाओं) | 31.12.2015 |
चरण –4 | शेष भारत | 31.12.2016 |
चरण-1 और चरण-2 के डिजिटलीकरण के दायरे में आने वाले चार महानगरों और 38 शहरों के उपभोक्ताओं को डिजिटल केबल टीवी सेवाओं के लाभ मिल रहे हैं। जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, तीसरे चरण के अंतर्गत शेष शहरी क्षेत्रों में डिजिटलीकरण की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर, 2015 तय की गई है। इसके बाद कानून के मुताबिक एनालॉग प्रसारण या टीवी चैनलों का पुनर्प्रसारण नहीं होगा। तीसरे चरण के डिजिटलीकरण के अंतर्गत आने वाले शहरी क्षेत्रों की सूची सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट www.mib.nic.in पर उपलब्ध है।
एनालॉग केबल टीवी सेवाओं की अपेक्षाकृत डिजिटल केबल टीवी सेवाओं के विशेष लाभ हैं, क्योंकि इनके जरिये बेहतर प्रसारण और ध्वनि गुणवत्ता प्राप्त होती है। उपभोक्ता अपनी पसंद के चैनल चुन सकते हैं और अपने बजट के अनुरूप इन्हें प्राप्त कर सकते हैं। डिजिटल केबल टीवी सेवायें प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता को अपने यहां सैट टॉप बॉक्स (एसटीबी) लगाना होता है। ये एसटीबी किराये पर या खरीदकर प्राप्त किये जा सकते है। उपभोक्ता सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं में से कोई योजना चुन सकते हैं।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) डिजिटल केबल टीवी सेवाओं के बारे में उपभोक्ताओं और हितधारकों को जानकारी देने के लिए कई कदम उठा रहा है। इस संबंध में ट्राई ने प्रसारण और केबल टीवी क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों के साथ 01 दिसम्बर, 2015 को एक बैठक की थी, जिसमें तीसरे चरण में होने वाले डिजिटल केबल टीवी सेवाओं की समीक्षा की गई थी। बैठक में यह जानकारी दी गई कि तीसरे चरण के अधिसूचित क्षेत्र में एसटीबी लगाने की प्रगति संतोषजनक है और उपभोक्ताओं को डिजिटलीकरण के लाभ मिल रहे हैं। प्रसारकों, डीटीएच ऑपरेटरों और एमएसओ से आग्रह किया गया कि वे एसटीबी लगाने के लिए शेष शहरी क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को जानकारी दें, ताकि अंतिम तिथि 31 दिसम्बर, 2015 के पहले एसटीबी लगा लिये जाएं।
टीबी चैनलों के प्रसारकों से कहा गया है कि वे 07 दिसम्बर, 2015 तक केबल ऑपरेटरों को अग्रिम सूचना दे दें कि 01 जनवरी, 2016 से उपभोक्ताओं को एनालॉग प्रणाली के तहत टीवी चैनलों का प्रसारण उपलब्ध नहीं होगा।
शहरी क्षेत्रों के जो उपभोक्ता बिना एसटीबी के केबल टीवी सेवायें प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे निर्बाध टीवी सेवायें प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि के पहले एसटीबी लगा लें।