देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जन समस्याओं का समाधान तत्परता एवं मानवीयता के साथ शीघ्रता से करने के निर्देश दिये है। मंगलवार को सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद व शासन स्तर पर
प्राप्त शिकायतो के साथ ही पुन अनुश्रवण हेतु प्राप्त शिकायतो का समाधान करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जन समस्याओं का समाधान अधिकारियों की जिम्मेदारी है वे स्वयं शिकायतो का संज्ञान लेकर उनके समाधान का प्रयास करे। उन्होने सेवानिवृति देयो के भुगतान मे हो रहे विलम्ब को गम्भीरता में लेते हुए निर्देश दिये कि यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाय कि सेवानिवृत कार्मिको को उनके देयो को भुगतान निर्धारित अवधि में हो जाय।
उन्होंने प्राप्त शिकायतों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी दिए जाने पर खुद शिकयतकर्ताओं से बात कर उनका फीडबैक लिया। सभी शिकायतकर्ता मुख्यमंत्री श्री रावत से बात कर समस्या समाधान के प्रति अपनी संतुष्टि जाहिर की।
अल्मोड़ा से राजेन्द्र सिंह डंगवाल की श्यालकोट अस्पताल में डाक्टर न रहने की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्तमान समय पर वहां संविदा पर डाक्टर की तैनाती की गई है, साथ ही सीएमओ को निर्देशित किया कि जल्द ही स्थाई डाक्टर की तैनाती भी कर दी जाय। बागेश्वर निवासी प्रकाश चन्द्र की शिकायत पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने विकलांग प्रमाण पत्र बनाने के लिये मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया साथ ही कहा कि अपर जिलाधिकारी उन्हे चिकित्सालय लाने व पहुचाने हेतु वाहन की व्यवस्था करें, साथ ही बुद्धवार तक इनको प्रमाण-पत्र निर्गत करने के भी निर्देश दिये। टिहरी जनपद के आशीष उनियाल का छात्रवृति का पैसा दूसरे खाते में जाने की शिकायत का निस्तारण किया गया। जबकि जिलाधिकारी टिहरी ने समाज कल्याण के अधिकारी/कर्मचारी द्वारा फोन न उठाने के मामले पर तीन को निलंबित करने की कार्यवाही पर सन्तोष व्यक्त किया, साथ ही सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतकर्ताओं के फोन अवश्य उठाये एवं फरियादी की समस्या को आवश्यक रूप से सुने।
इनके अतिरिक्त भी विभिन्न जिलों के दर्जनों शिकायतकर्ताओं की शिकायतों व समस्याओं का निस्तारण किया गया। कुछ समस्याओं पर कार्यवाही के लिए संबंधित जिलाधिकारी व विभाग को कुछ समय प्रदान किया गया और ऐसी शिकायतों को अगली बैठक में दुबारा रखने के निर्देश दिए गए। अपर सचिव स्वराज, भष्ट्राचार, उन्मूलन एवं जनसेवा चन्द्रेश कुमार ने शिकायतों का विवरण प्रस्तुत किया।
बैठक में मुख्य प्रमुख सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव डा. रणवीर सिंह, डा.उमाकांत पंवार, सचिव अमित नेगी, विनोद शर्मा, डी सेन्थिल पांडियन, डा. भूपिन्द्र कौर औलख सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जबकि जिला मुख्यालयों पर सभी जिलाधिकारी मौजूद थे।