लखनऊः पूरी दुनिया आज भारत की युवाशक्ति का लोहा मान रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आज भारत
के युवा के एक हाथ में गीता तो दूसरे हाथ में कम्प्यूटर है। हमने अपने संस्कारों, संस्कृति व भारतीयता को नहीं छोडा है। भारत को पूर्व में सोने की चिडिया कहा जाता था पर इसके बाद एक समय ऐसा भी आया जब भारत का विदेशों में चित्रण दयनीय व गरीब देश के रूप में किया जाता था। प्रदेश के उपमुख्मंत्री एवं माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने आज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी में भारतीय परम्परा का आधुनिक ‘‘स्वरूप एवं दिशा‘‘ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में यह विचार व्यक्त किया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय ऐसा है कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति को कहना पडता है कि भारतीय प्रतिभाएं अमेरिका पर भारी हैं और वे अमेरिका के लोगों के रोजगार छीन सकती हैं। यह भारत की बदली तस्वीर है। उन्होंने कहा कि बाहर के छात्र अब उन भारतीयों की प्रतिभा से डर रहे हैं जिनके एक हाथ में गीता थी और अब दूसरे हाथ में कम्प्यूटर आ गया है। भारतीयों की नवाचार की संस्कृति व आधुनिकता के परिवेश में दूसरों को पछाडने की शक्ति से अमेंरिकी डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी भी मानते हैं कि भारत का बच्चा सबसे अधिक बुद्धिमान होता है।उन्होंने कहा कि देश पर विदेशी आक्रांताओं के आक्रमण के बाद भी हमारी संस्कृति प्रभावित नहीं हुई है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हमारी जीवन पद्धति धर्म पर आधारित रही है। देश की संस्कृति इतने आक्रमणों के बाद भी बची हुई है।
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आज देश में इसरो के वैज्ञानिकों ने फिल्म निर्माण से भी कम खर्च में चन्द्रयान 2 को लांच कर चन्द्रमा पर भेज दिया है।आज देश चन्द्रमा पर पहुच गया है तथा विभिन्न प्रकार की मिसाइलों को भी बना रहा है। आज बदलते परिवेश में भारत दुनिया को राह दिखा रहा है। अपने लन्दन दौरे का अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर भारत में बने साफ्टवेयर लोगों के जीवन को आसान बना रहे हैं। बंगलुरू में बने साफ्टवेयर का वहां के टोल बूथ पर प्रयोग हो रहा है। आज बंगलुरू में बने साफ्टवेयर का प्रयोग कर ब्रिटेन के लोग आधुनिक बन रहे है और हमारे देश में लोग पाश्चात्य सभ्यता को अपनाकर माडर्न बनने का सपना देख रहे हैं। आज दुनिया बदल रही है और आज नवाचार के दौर में औद्योगिकीकरण का साम्राज्य बनाने से हमे कोई रोक नहीं सकता है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी में 28 जुलाई से इन्वेस्टर मीट होने जा रही है जिसमें यूपी में निवेश करने वाले निवेशक आ रहे हैं। पहले भारत को जादू टोने वाला देश तथा यूपी को उल्टा प्रदेश एवं माफिया वाला प्रदेश कहते थे। कोई निवेश के लिए आता नहीं था पर अब समय बदल गया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार द्वारा लाए गए बदलावों के बाद पिछले वर्ष जब इसी प्रकार का निवेशक सम्मेलन हुआ तो 3 लाख हजार करोड से ऊपर के एमओयू हस्ताक्षरित हुए थे। आईटी विभाग को प्रदेश में पांच वर्ष में 52 हजार करोड के निवेश का लक्ष्य दिया गया था पर दो वर्ष में ही विभाग ने 59 हजार करोड के निवेश को सम्पादित कर लिया। यह बदलता हुआ भारत और बदलता हुआ उत्तर प्रदेश है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमने अपनी संस्कृति, संस्कार व भारतीयता को नहीं छोडा है। आज भारत जिस प्रकार से आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए आगे बढ रहा है वह पूरी दुनिया के लिए उदाहरण बन रहा है। उन्होंने एमआईएमके नेता श्री ओवेसी द्वारा तीन तलाक लेकर की गई टिप्पणी को नारी के विपरीत बताते हुए कहा कि देश में हिन्दू और मुसलमान के बीच में धर्म के आधार पर अन्तर नहीं किया जाता है। प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास की बात करतेे हैं। उन्होंने कहा कि इन महानुभाव का कहना है कि उनके यहा विवाह जन्मों का बंधन नहीं मात्र एक करार है जो उचित नहीं है। भारतीय संस्कृति में विवाह को सात जन्मों का बंधन माना गया है। उन्होंने कहा कि आज आधुनिकता की दौड में मूल मंत्रों को भूलना उचित नहीं है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी में आयोजित शैक्षिक संगोष्ठी में पूरे भारतवर्ष के प्रमुख शिक्षाविद तथा काशी विद्यापीठ के कुलपति टीएन सिंह, प्रोफेसर आरपी सिंह, प्रोफेसर जेपी सिंघल, महेंद्र पांडे आदि प्रसिद्ध शिक्षाविद उपस्थित थे