देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिये कि ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान’’ पर विशेष ध्यान दिया जाय। जिलाधिकारियों के माध्यम से भी इस अभियान के तहत जनपदों में इनोवेटिव कार्य कराये जाय। अति कुपोषित व कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति के लिए लगातर मॉनिटरिंग की जाय। धात्री महिलाओं का पंजीकरण व उनके टेक होम राशन वितरण की भी मॉनिटरिंग की जाय। सभी धात्री महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो, इसके लिए आईसीडीएस एवं स्वास्थ्य विभाग समन्वय के साथ कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को समय पर मिल जाए। बाल लिंगानुपात बढ़ाने के लिए सबंधित विभागों द्वारा समन्वय के साथ कार्य किया जाय। पोषण अभियान के तहत वर्ष 2018-19 में राज्य को सर्वोत्तम अभिसरण पुरस्कार, क्षेत्र स्तर पर उत्कृष्ट नेतृत्व पुरस्कार प्राप्त हुआ। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अन्तर्गत जनपद देहरादून को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। बेटियों के जन्म में निरन्तर वृद्धि हेतु जनपद उधमसिंह नगर का देश के सर्वोच्च 10 जनपदों में चयन हुआ है।
बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री नीतेश झा, श्रीमती सौजन्या सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।