सोनीपत: केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने स्पष्ट किया है कि अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के पदक विजेता खिलाड़ियों को घोषणा के मुताबिक तुरंत ईनामी राशि दे दी जाएगी। केंद्र सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पदक विजेता खिलाड़ियों के स्वदेश लौटते ही उन्हें ये ईनामी राशि दे दी जाएगी। रिजिजू यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बहालगढ़ केंद्र का दौरा करने के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
रिजिजू ने कहा – केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के ईनाम की घोषणा की है। अभी तक खिलाड़ियों को इस ईनामी राशि के लिए इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। खिलाड़ियों को तुरंत ही नगद या चेक से ये राशि ससम्मान दी जाएगी। उन्होंने कहा- हम देश में खेल को लेकर एक नई संस्कृति विकसित करना चाहते हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि हमारी सुविधाएं विश्वस्तरीय हों। साथ ही खिलाड़ियों को सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में नौकरी मिले। ये खिलाड़ी खेल और नौकरी साथ-साथ करें और देश के लिए पदक जीतें। संन्यास के बाद ऐसे खिलाड़ी कोचिंग देकर नई पौध तैयार करने में अपना अमूल्य योगदान दें। ये तमाम प्लानिंग की जा रही है।
रिजिजू ने ये भी बताया कि देश में जिला स्तर पर खेल की बेहतर सुविधाएं मिलें और प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएं, इसकी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जल्द ही देश के सभी राज्यों के खेल मंत्रियों की एक कांफ्रेंस भी आयोजित की जाएगी। इसमें सभी से सलाह कर देश भर के लिए अपडेटेड खेल नीति भी बनाई जाएगी।
नवगठित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को लेकर पूछे गए सवाल पर खेल राज्य मंत्री ने कहा कि यहां भी खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई काम किए जा रहे हैं। लद्दाख में आईस हॉकी को मान्यता दी जा रही है। चूंकि यह 12 हजार फिट से अधिक ऊंचाई पर है, इसलिए वहां पर सिथेटिक ट्रैक विकसित किए जाएंगे। यही नहीं, लद्दाख में तीरंदाजी अकादमी खोलने का भी निर्णय लिया गया है।
दौरे के दौरान साई सेंटर का निरीक्षण करते हुए खेल मंत्री ने यहां और बेहतर खेल सुविधाएं विकसित करने की बात कही। उन्होंने तीरंदाजी अकादमी का निरीक्षण किया और खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए तीरंदाजी में हाथ भी आजमाए। इसके बाद उन्होंने साई सेंटर की मेस, हॉस्टल, स्विमिंग पूल, जिम आदि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पैरालिंपियन अमित सरोहा सहित कई खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं जानीं।