नई दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने लेह में पूरे लद्दाख क्षेत्र के लिए मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी (साइंस एक्सप्लोरर) को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के चैयरमेन श्री ग्याल पी वांग्याल, संस्कृति सचिव श्री अरुण गोयल, एएसआई की डीजी श्रीमती उषा शर्मा राष्ट्रीय विज्ञान म्युजियम परिषद (एनसीएसएम) के प्रतिनिधि, संस्कृति मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी से लद्दाख के सभी लोगों को लाभ मिलेगा। इस कार्यक्रम को मोबाइल साइंस म्युजियम (एमएसएम) के नाम से 1965 में लांच किया गया था। कार्यक्रम का मिशन था – यदि लोग म्युजियम नहीं जा सकते तो म्युजियम ही उनके दरवाजे तक पहुंचेगा। एनसीएसएम का यह सबसे बड़ा और सबसे लंबा आउटरिच कार्यक्रम है। अनौपचारिक विज्ञान, शिक्षा प्रदान करने में यह बहुत सफल रहा है। इस कार्यक्रम से समाज में वैज्ञानिक जागरूकता का निर्माण हुआ है।
इस अवसर पर श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने भारत के आकांक्षी जिलों के लिए 25 नए मोबाइल विज्ञान प्रर्शनी बसों को लांच किया। उन्होंने कहा कि लेह से 25 प्रदश्रनी बसों को लांच करना एक ऐतिहासिक क्षण है। इसका उद्देश्य भारत की विशालता को देखते हुए लोगों तक पहुंचना है।
श्री पटेल ने कहा कि सरकार उन जिलों को आगे बढ़ाना चाहती है, जो विकास में पीछे रह गए हैं। इन जिलों को आकांक्षी जिलों का नाम दिया गया है। इस उद्देश्य के तहत संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्था एनसीएसएम ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ संयुक्त रूप से इन 25 मोबाइल बसों को लांच कर रही है। ये बसे आकांक्षी जिलों के स्कूलों तक जाएंगी। इससे ग्रामीण बच्चों में विज्ञान संबंधी जागरूकता बढ़ेगी। विशिष्ट रूप में निर्मित प्रत्येक बस में 20 इंटरएक्टिव एक्जिविट समेत अन्य सामग्री होगी। आने वाले वर्षों में प्रदर्शनी बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
श्री पटेल ने कहा कि देश के अन्य भागों में भी प्रदर्शनी बसे लांच की जाएगी। इस कार्यक्रम के लिए संपूर्ण धनराशि संस्कृति मंत्रालय ने उपलब्ध कराई है।
प्रदर्शनी के विषय निम्न हैं-
- मापन
- दैनिक जीवन के लिए मशीनें
- खाद्य और स्वास्थ्य
- रसायन और जल पर फोकस के साथ जीवन
- ऊर्जा
- स्वच्छता
- मानव कल्याण के लिए अंतरिक्ष विज्ञान