नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित कम वजनी, दागो और भूल जाओ की तकनीक वाली मैन पोर्टेबल (मनुष्यों द्वारा उठाई जाने वाली) एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल यानी एमपीएटीजीएम का आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में सफल परीक्षण किया। मिसाइल को एक मैन पोर्टेबल ट्राइपॉड से दागा गया और इसके निशाने पर एक नकली सक्रिय टैंक था। मिसाइल ने टॉप अटैक मोड में लक्ष्य को निशाना बनाया और इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। इस दौरान मिशन के सभी उद्देश्य हासिल किए गए।
यह एमपीएटीजीएम का तीसरा सफल परीक्षण है। यह उन्नत उड़ा खूबियों के साथ मिसाइल अत्याधुनिक इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर से लैस है। इस परीक्षण ने सेना के लिए तीसरी पीढ़ी की स्वदेशी मैन पोर्टबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हासिल करने का रास्ता बना दिया है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी है।