नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नई दिल्ली में इस्पात उद्योग के कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में इस्पात उद्योग संबंधी मुद्दों और अड़चनों तथा उनके संभावित समाधानों पर चर्चा की गई।
श्री प्रधान ने इस्पात उद्योग को सरकार की तरफ से पूरे समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग परिपक्व हो चुका है तथा क्षमता निर्माण, गुणवत्ता और प्रौद्योगिकी उन्नयन के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इस उद्योग ने विश्व में अपनी जगह बना ली है तथा वह पहले से अधिक प्रतिस्पर्धी बना है। इस्पात उद्योग ने गुणवत्ता में सुधार किया है और पहले से अधिक निर्यात कर रहा है। श्री प्रधान ने उद्योग का आह्वान किया कि वह अधिक मूल संवर्धन करे और प्रमुख उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करे। उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग को कच्चे माल की खरीद के अपने संसाधनों में विविधता लानी चाहिए, ताकि लागत में कमी आए और वह सीमित न रहे। श्री प्रधान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पादों की मांग और उनकी संभावनाएं अपार हैं। उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग की जायज मांगों पर विचार किया जाएगा और उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान खोजा जाएगा।
इस्पात उद्योग के दिग्गजों ने वित्त पोषण, कच्चे माल की आसान उपलब्धता, मुक्त व्यापार समझौतों, कराधान, खनन ठेकों इत्यादि सहित विभिन्न विषय उठाए।