हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अर्द्धकुंभ की व्यवस्थाओं के प्रति संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने निर्देश दिए कि स्थायी निर्माण कार्याें को
31 जनवरी तक पूर्णं कर लिया जाए। अर्द्धकुंभ में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा का ध्यान रखना हमारा कत्र्तव्य है। सभी अधिकारी इसके प्रति सजगता व कर्मठता के साथ कार्य करें। सोमवार को अर्द्धकुंभ मेला की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने ललतारौ पुल, हरकी पैड़ी, हिल बाई पास मार्ग निर्माण का स्थलीय भ्रमण कर कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
मेला नियंत्रण भवन में उच्चाधिकारियों के साथ अर्द्धकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मेले की व्यवस्थाओं के लिए धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी। अभी जिन कार्यों की स्वीकृति अपेक्षित है, उसके लिए वित्तीय स्वीकृति 10 दिन में जारी कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अर्द्धकुंभ मेले को सुरक्षित ढंग से सम्पन्न कराना हमारे लिए चुनौती है। इस चुनौती को हम सभी को मिलकर पूरा करना है। उन्होंने अर्द्धकुम्भ मेले से संबंधित वैबसाइट, अर्द्धकुम्भ मेले का लोगो तथा मोबाईल एप्लीकेशन का लोकार्पण किया। उन्होंने कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए वैबसाईट पोर्टल व मोबाइल एप शुरू किये गये है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैब पोर्टल व मोबाईल एप को अपडेट रखा जाय, ताकि यात्रियों को सभी सूचनाएं त्वरित रूप से मिल सकें। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों की आगे बढ़ी जिम्मेदारी है। सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान की प्रक्रिया को गंभीरता से लिया जाए। अर्द्धकुंभ में आने वाला समय अब तक की गयी मेहनत की परीक्षा है। मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इसकी पूरी व्यवस्था के साथ बैकअप प्लान तैयार रखा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सुरक्षा के चाक-चैबंद व्यवस्था की जाय। मेले में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री ने डी.आई.जी मेला को निर्देश दिए है कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जाए। रात्री गश्त नियमित रूप से की जाए। उन्होंने मेले में बंदरों व अन्य जंगली जानवरों से होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए वन विभाग को निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मुख्य सचिव, जिलाधिकारी व मेलाधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि वे वर्ष 2021 में होने वाले पूर्णं कुंभ का ब्ल्यू प्रिंट भी तैयार करें। इसके अंतर्गत हरिद्वार से ऋषिकेश तक आस्थापथ नीलधारा को कुंभ क्षेत्र की तर्ज पर व श्यामपुर क्षेत्र को भी मेले की आवश्यकता के दृष्टिगत विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि 12 जनवरी को हरकी पैड़ी पर यज्ञ का आयोजन किया जायेगा। जिसमे वे स्वयं उपस्थित रहेंगे तथा सभी संत, महात्माओं के साथ ही गंगा सभा व अन्य संस्थाओं, संगठनांे व राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहंेगे। उन्होंने कहा कि 10 जनवरी तक मेले की सुरक्षा व्यवस्थाओं के दृष्टिगत रिहर्सल की जाये तथा अस्थायी पुलों के परीक्षण के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं व सुविधाओं का भी आंकलन कर लिया जाए। मेले से संबंधित सभी जानकारियां मेले की वेबसाइट, हेल्पलाइन नम्बर एवं टोलफ्री नम्बर पर दी जायेंगी।