नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में बच्चों के टीकाकरण, टीकों के नवाचार और देश में बच्चों के प्रतिरक्षण के कार्यान्वयन के बारे में
विचार विमर्श करने के लिए वैक्सीन एलायंस गवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डॉ सेठ बर्कली से मुलाकात की।
डॉ बर्कली ने ‘मिशन इन्द्रधनुष’ और मेक इन इंडिया जैसी सरकार की नवाचार पहलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दोनों पहल भारत में बच्चों का प्रतिरक्षण सुधार रही है। मिशन इन्द्रधनुष ने टीका न लगे बच्चों तक अपनी पहुंच बनाई है और मेक इन इंडिया ने यह सुनिश्चित किया है कि पूरी दुनिया में यह टीके गरीबों को सस्ते दामों पर उपलब्ध हों।
बैठक के दौरान 2016-2021 के लिए भारत के साथ गवी की प्रस्तावित नई रणनीतिक भागीदारी पर भी चर्चा की गई। इससे भारत में सभी बच्चों के लिए आधुनिक और अत्यधिक प्रभावी बचपन में लगने वाले टीकों की शुरूआत में तेजी लाने के लिए $ 500 मिलियन अमेरिकन डॉलर की मदद मिलेगी। इसमें निमोनिया और डायरिया के साथ-साथ खसरा-रूबेला और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के खिलाफ बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए टीकों का उपलब्ध होना शामिल है।
प्रधानमंत्री और डॉ. बर्कली ने टीकों की कोल्ड चेन में न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सुधार लाने के लिए सौर ऊर्जा जैसी पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के साथ-साथ दवाइयां खरीदने की क्षमता, गुणवत्ता आश्वासन और स्थिरता के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।