नई दिल्ली: नौवां भारत-चीन वित्तीय संवाद आज नई दिल्ली में आयोजित कियागया। चीन के वित्त मंत्रालय में उप मंत्री सुश्री जोऊ जियाई की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधमंडल ने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव श्री अतानु चक्रबर्ती के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पारस्परिक हित वाले विभिन्न मुद्दों पर संवाद किया।
अप्रैल, 2018 में भारत के प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति के बीच वुहान में आयोजित ऐतिहासिक अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संवाद एक नये दौर में प्रवेश कर गया है।
भारत-चीन वित्तीय संवाद दरअसल दोनों देशों के बीच एक ऐसी व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य वित्तीय क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है। इस संवाद के दौरान दोनों पक्षों ने व्यापक आर्थिक परिदृश्य एवं नीति, बहुपक्षीय रूपरेखा के अंतर्गत सहयोग, द्विपक्षीय निवेश और वित्तीय सहयोग पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश में निरंतर वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए अनुकूल माहौल बनाने, व्यापार एवं आर्थिक सहयोग में और अधिक संतुलित एवं स्वस्थ वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए आपसी प्रयासों में तेजी लाने तथा दोनों देशों के बीच घनिष्ठ विकास साझेदारी को और ज्यादा मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
वित्तीय संवाद के समापन पर एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया, जो वित्तीय क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग को और ज्यादा बढ़ाने के लिए दोनों देशों की आपसी समझ और साझा विजन को दर्शाता है।
भारत-चीन वित्तीय संवाद का अगला दौर चीन में आयोजित किया जाएगा।