देहरादून: बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘तराई‘‘ नामक ब्राण्ड का विमोचन किया। तराई ब्राण्ड के तहत मैदानी क्षेत्र के महिला स्वंय सहायता समूहों उधमसिंह नगर
द्वारा उत्पादित खाद्य सामग्री एवं क्राफ्ट से निर्मित वस्तु बाजार में लाई जायेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि महिला स्वंय सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को और अधिक विस्तृत रूप देना है। महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों, अचार व अन्य खाद्य पदार्थाें को इंदिरा अम्मा भोजनालय में भी बिक्री हेतु रखा जाये। उन्होंने जिलाधिकारी ऊधमसिंहनगर को निर्देश दिए कि ग्राम सभाओं की भूमि को महिला स्वंय सहायता समूहों के उपयोगार्थ लीज पर दिया जाए, जिसमें महिला समूह अचार आदि बनाने के लिए फलदार वृक्ष भी लगा सकें। इसके साथ ही यह भूमि अन्य उत्पादों की पैदावार के लिए उपयोग में लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को ई-रिक्शा का प्रशिक्षण दिया जाये और साथ ही ई-रिक्शा हेतु लाइसेंस भी जारी करें। जिससे कि रिक्शा भी महिलाओं की आजीविका का माध्यम बन सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि मिशन पोषण आरोहण के तहत जनपद के 432 अतिकुपोषित बच्चों को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लें, एवं मिशन आगाज के तहत मलीन बस्तीयों व कूडे बिनने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी उधमसिंहनगर अक्षत गुप्ता ने मुख्यमंत्री श्री रावत को अवगत कराया कि आपके निर्देशानुसार मैदानी तराई क्षेत्र के महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों को तराई ब्राण्ड के तहत बाजार में उतारने हेतु तैयार है। उन्होंने बताया कि यह सभी स्थानीय उत्पाद महिला स्वंय सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए गए है। इसमें खाद्य सामग्री, डोलची, डलिया, शाॅल आदि क्राफ्ट की वस्तुएं भी है। जिसे तराई ब्राण्ड के नाम से बाजार में लाया जाना है।