नई दिल्ली: भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) एवं भारत सरकार की करीबी निगरानी के तहत राज्य सरकार एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के कारण चालू खरीफ विपणन मौसम, जो पहली अक्टूबर 2015 से
शुरू हुआ, मौसम में धान की अधिप्राप्ति में भारी वृद्धि हुई है। आज की तारीख तक चावल के लिहाज से अधिप्राप्त धान की कुल मात्रा 208.10 लाख एमटी रही है, जो पूर्व खरीफ विपणन मौसम के दौरान आज की तारीख तक केवल 157.41 लाख एमटी रही थी।
धान की अधिप्राप्ति में बड़ी वृद्धि पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, ओडिशा एवं उत्तर प्रदेश में हुई है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि एफसीआई के पास धान की अधिप्राप्ति के लिए किसानों को तथा राज्य सरकार एजेंसियों को आपूर्ति किए गए चावलों के लिए राशि अदा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में कोष हो, इसलिए सरकार ने जनवरी, 2016 के महीने में उन्हें 10 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्त पोषण प्रदान किया है। इस अतिरिक्त वित्त पोषण के साथ एफसीआई के पास जनवरी एवं फरवरी, 2016 में धान अधिप्राप्ति की शेष अवधि के लिए अधिप्राप्ति संचालनों की लागत समेत अपने व्ययों की जरूरत की पूर्ति के लिए पर्याप्त कोष उपलब्ध हो जाएगा।