नई दिल्ली: आयकर विभाग ने कर चोरी तथा धनशोधन मामले में दिल्ली स्थित एक प्रमुख कारोबारी समूह की तलाशी ली। यह समूह कई ई-शासन परियोजनाओं और वित्तीय सेवाओं से जुड़ा हुआ है। इस समूह के भारत के कई शहरों तथा दुबई में कारोबार हैं।
तलाशी और जब्ती अभियान से कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो बड़े पैमाने पर कर चोरी, हवाला कारोबार और धनशोधन से संबंधित हैं। समूह दिल्ली/कोलकाता में कई शेल कंपनियों के जरिये धन का लेन-देन करता था।
इसके पहले विभाग ने उर्वरक खरीद से संबंधित कंपनियों की तलाशी ली। जांच से पता चला कि शेल कंपनियों के माध्यम से दुबई में बड़े पैमाने पर कमीशन की राशि इकट्ठा की जा रही है। ये शेल कंपनियां दुबई के एक कारोबारी की हैं, जो वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में अभियुक्त है। कमीशन धनराशि का एक हिस्सा दिल्ली स्थित उक्त समूह के माध्यम से वापस भारत लाया गया है।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि 1000 करोड़ रुपये से अधिक के हवाला लेन-देन हुए हैं और जाली प्रविष्टियां की गई हैं।