देहरादून: प्रदेश के पशुपालन, शहरी विकास, राजीव गांधी शहरी आवास योजना और मत्स्य पालन मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने आज विधान सभा स्थित
सभागार में उत्तराखण्ड गोवंश संरक्षण निधि की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में अधिकारियों ने गत वर्ष चार जनपदों के लिए गोवंश संरक्षण हेतु आबंटित धन राशि के खर्च का ब्योरा दिया। मंत्री ने इस वर्ष पाॅच जनपदों हेतु डिस्ट्रीक स्पैक के माध्यम से आबंटित धनराशि जनपद ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार के लिए रू0 50,000(पचास हजार), जनपद नैनीताल के लिए 40,000(चालीस हजार), जनपद देहरादून व टिहरी गढ़वाल के लिए रू0 25,000(पच्चीस हजार) उक्त धनराशि पुलिस प्रशासन द्वारा गो तस्करों से छुड़ाये गये गोवंश को निकटवर्ती मान्यता प्रदत्त गोसदन तक पहुचाने में परिवहन में खर्च किए जाने के निर्देश दिये।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि शासन द्वारा राज्य की सभी सरकारी, अर्धसरकारी और गैरसरकारी कम्पनी को काॅर्पोरेटर सोशल रिसपांसिबिलिटी के तहत निधि को वित्त पोषण किये जाने के क्रम में पत्र भेजा जाना। श्री पंवार ने कहा कि इस निधि को आयकर अधिनियम के 12 ए 80जी के तहत पंजीकरण कराया जायेगा। जो संस्था गौ संरक्षण हेतु अनुदान करेगी उसे आयकर में छूट भी प्रदान की जायेगी।
मंत्री ने अधिकारियों को गो तस्करों के विरूद्व कठोर कारवाई करने के निर्देश दिये। जिससे गो तस्करी पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
बैठक में निदेशक पशुपालन डाॅ0 कमल मेहरोत्र, प्रभारी अधिकारी उत्तराखण्ड पशुकल्याण बोर्ड डाॅ0 आशुतोष जोशी, प्रभारी अधिकारी उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग डाॅ0 राकेश कुमार और वरष्ठि वित्त अधिकारी संजीव कुमार सिंह मौजूद थे।