देहरादून: पब्लिक रिलेशन कांउसिल ऑफ इण्डिया (पीआरसीआई) देहरादून चैप्टर ने ग्लोबल पब्लिक रिलेशन के तत्वाधान में शनिवार को रिंग रोड़ स्थित होटल में ‘‘राईट टू वाक’’ कैंपेन का शुभारंभ किया। राईट टू वॉक कैंपेन का शुभारंभ अतिथि के रूप में उपस्थित किशोर कुमार पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी उत्तराखण्ड, देवेन्द्र भसीन भाजपा मीडिया प्रभारी, हस्पति उनियाल एडवाईजर प्लालिंग कमीशन, अनुपम त्रिवेदी संपादक न्यूज एटीन उत्तराखण्ड एवं पीआरसीआई के अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के उपाध्यक्ष शिशिर प्रशांत ने की।
‘‘राईट टू वॉक’’ कैंपेन में उपस्थित किशोर उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी उत्तराखण्ड ने पीआरसीआई देहरादून के पदाधिकारियों को बधाई दी कि वे इतने महत्वपूर्ण विषय को लेकर आये हैं। उन्हांने कहा कि राईट टू वॉक हमारा मूल अधिकार है हमें इस समस्या का समाधान करना चाहिए नही ंतो हमारी आने वाली पीढ़ी घर से बहार ही नहीं निकल पायेगी।
देवेन्द्र भसीन, भाजपा मीडिया प्रभारी ने कहा कि आज रोड़ पर चलना काफी रिस्क हो गया है। उन्होंने बताया कि मेरे कई परिचितों की रोड़ दुर्घटना में मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 21 का उलंघन हो रहा है क्यों कि हमें रोड़ पर चलने का अधिकार ही नहीं है। सरकार के साथ हमारा समाज भी जागरूक नहीं है। हमें अपने कर्तव्यों को समझना चाहिए।
हस्पति उनियाल एडवाईजर प्लालिंग कमीशन ने कहा कि हमारे देश में विकास की दौर में हम मूल रूप से छोटी-छोटी चीजों को ध्यान में नहीं रख रहे हैं, हमें पैदल चलने के लिए अधिकार मांगने पड़ रहे हैं। कहीं न कहीं इसके जिम्मेदार हम खुद हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सीटी में कई जगहों पर पैदल चलने के लिए ट्रैक का प्लान है। राईट टू वॉक कैंपेन में अनुपम त्रिवेदी, संपादक न्यूज एटीन ने कहा कि इस कैंपेन का युवा वर्ग को ज्यादा फायेदा होगा। हमारी जीवन चर्या के लिए चलना जरूरी है, पर चले कहां। कई जगह फूटपाथ बने भी हैं तो उन पर दुकानदारों व ठेलियों ने कब्जा कर रखा है। यह बहुत ही गंभीर समस्या है इस पर हम सभी को एक साथ होकर विचार करने की जरूरत है।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के उपाध्यक्ष शिशिर प्रशांत ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले दो दशकों में देहरादून में ट्रैफिक की गतिरोध के कारण, अधिकांश स्थानों पर पैदल चलने वालों के लिए जगह नहीं बची है। ईसी रोड और राजपुर रोड (वह भी पैच में) जैसे कुछ स्थानों को छोड़कर, आपको कोई फुटपाथ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेरा चलने का अधिकार छीन लिया गया है। मैं यह अधिकार वापस चाहता हूं, वह भी पूरी गरिमा के साथ। मुझे लगता है, भारत के अधिकांश शहरों में हालात बदतर से बदतर हो गए हैं। अब समय आ गया है कि पैदल चलने के अधिकार को बहाल करने के लिए एक अभियान शुरू किया जाए। कृपया बेहतर भविष्य के लिए इस कारण का समर्थन करें।
पीआरसीआई चैप्टर देहरादून के अध्यक्ष राजेश कुमार ने विडियो के माध्यम से सभी को संबोधित किया। अध्यक्ष ने कहा कि हम इस तरह के कैंपेन समय-समय पर करते रहेंगे, इसके लिए मैं अपनी पूरी टीम को बधाई देता हूं जिन्होंने यह सफल कार्यक्रम किया।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के जोनल प्रतिनिधि करूणाकर झा ने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद करते हुए कहा कि विकास की दौड़ में हम नागरिक और राइट टू वॉक के मूल अधिकारों को भूल गए हैं और इस मूल अधिकारों की रक्षा के लिए एक कदम है। सबसे महत्वपूर्ण स्वतंत्रता लोगों की आवश्यकता है और हमें इसे प्रदान करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए। इस दौरान सभी लोंगो ने शपथ ली की वे अपने कर्तव्यों का सभी तरीके से पालन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। मंच का संचालन नेशनल प्रतिनिधि पंकज त्रिवारी ने किया।
कार्यक्रम के दौरान पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के उपाध्यक्ष शिशिर प्रशांत, जोनल प्रतिनिधि डॉ0 करूणाकर झा, नेशनल प्रतिनिधि पंकज तिवारी, सचिव विकास कुमार, कोषाध्यक्ष हेम प्रकाश, पीआरसीआई सदस्य एवं छात्र-छात्राऐं मौजूद रहे।