नई दिल्ली: रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2 जनवरी, 2020 को रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन (डीआरडीओ) की पांच युवा वैज्ञानिक प्रयोगशाला राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
यह कार्यक्रम बेंगलुरु में डीआरडीओ के एरोनॉटिकल डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट में आयोजित किया जाएगा। प्रयोगशलाएं राष्ट्र को समर्पित करने के प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री वहां एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और वैज्ञानिकों को संबोधित करेंगे। डीआरडीओ इस अवसर पर एक प्रदर्शनी के माध्यम से प्रधानमंत्री को अपने कुछ नवोन्मेष उत्पाद भी दिखाएगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और डीआरडीओ के अध्यक्ष डा. जी सतीश रेड्डी भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि 2014 में डीआरडीओ पुरस्कार वितरित करने के बाद रक्षा क्षेत्र के वरिष्ठ और जाने माने वैज्ञानिकों तथा सशस्त्र सेनाओं के बड़े अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में डीआरडीओ की पांच युवा वैज्ञानकि प्रयोगशलाएं बनाए जाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा था कि ये प्रयोगशालाएं ऐसी होनी चाहिए जिसमें 35 वर्ष तक की आयु वाले युवा वैज्ञानिकों द्वारा कुछ अनूठे शोध कार्य किए जाएं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने रक्षा अनुसंधान गतिविधियों में बड़े पैमाने पर युवाओं को शामिल करने का आह्वान भी किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत इस क्ष्ेात्र में वैश्विक तकनीकी में हो रही प्रगति के साथ कदम मिलाकर चल रहा है।