भारतीय क्रिकेट टीम गुवाहाटी में खराब मौसम और अव्यवस्था की परेशानियांझेलने के बाद अब इंदौर के होल्कर स्टेडियम में मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में विजय अभियान के लिये उतरेगी। गुवाहाटी में तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बारिश और गीली पिच के कारण रद्द करना पड़ा था, जिसके बाद अब दूसरा मैच सीरीज जीतने के लिहाज से महत्वपूर्ण हो गया है। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया के युवा खिलाडियों के पास इस वर्ष आस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी ट्वंटी 20 विश्वकप से पहले खुद को साबित करने और टीम में अपनी दावेदारी पेश करने के लिहाज से भी इन मैचों की अहमियत कहीं बढ़ गयी है। पीठ की चोट के कारण लंबे समय से बाहर रहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी पर भी सभी की निगाहें लगी हैं जिनका इंतजार कुछ लंबा हो गया है और अब होल्कर स्टेडियम में उनसे टीम की जीत में भूमिका निभाने की अपेक्षा होगी। इसके अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन अन्य खिलाड़ी हैं जो चोट के बाद वापसी कर रहे हैं और रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में धवन और लोकेश राहुल की ओपनिंग जोड़ी पर मजबूत शुरूआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी। भारतीय क्रिकेट टीम को इस वर्ष आस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी ट्वंटी 20 विश्वकप में खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन उससे पहले टीम के लिये अपने सर्वश्रेष्ठ संयोजन को तलाशना बड़ी चुनौती है। भारत ने हाल ही में अपने मैदान पर बंगलादेश और वेस्टइंडीज से ट्वंटी 20 सीरीज में काफी चुनौतियां झेली हैं और दोनों ही सीरीज को वह 2-1 के अंतर से जीत सका। ऐसे में टीम को अभी से गलतियां सुधारने पर ध्यान देना होगा।
ओपनिंग के अन्य बल्लेबाज धवन भी चोट के बाद वापसी कर रहे हैं और उन पर भी जल्द ही फार्म में वापसी करने का दबाव होगा। वर्ष 2018 में वह 17 पारियों में 40.52 के औसत से 689 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे, लेकिन फिर चोट के कारण गत वर्ष उनकी फार्म प्रभावित हुई थी। आईपीएल के पिछले सत्र में वह दिल्ली कैपिटल्स के शीर्ष स्कोरर रहे थे और 16 पारियों में उन्होंने 521 रन बनाये थे, जिस फार्म की उनसे अब अपेक्षा अंतरराष्ट्रीय टी-20 में भी है। कप्तान विराट अपने तीसरे नंबर पर धुरंधर बल्लेबाज माने जाते हैं और उन्होंने विजडन ने भी उन्हें इस क्रम का माहिर बल्लेबाज मानते हुये अपनी सर्वश्रेष्ठ दशक की टीम में भी इसी क्रम पर जगह दी है। वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टी-20 सीरीज में विराट ने मुंबई में नाबाद 70 रन, तिरूवनंतपुरम में 19 रन और हैदराबाद में नाबाद 94 रन की पारियां खेली थीं। रोहित को मौजूदा सीरीज में आराम दिया गया है, ऐसे में ओपनिंग में राहुल की अहम भूमिका रहेगी जो अच्छी फार्म में हैं। राहुल ने दिसंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ और टी-20 सीरीज के दो मैचों में 62 और 91 रन की अर्धशतकीय पारियां खेली थीं। गेंदबाजी विभाग में बुमराह की वापसी जहां टीम के लिये सुखद है वहीं भुवनेश्वर कुमार और दीपक चाहर अभी पूरी तरह ठीक नहीं हैं और उनकी वापसी की समयसीमा तय नहीं है, ऐसे में नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर के पास खुद को साबित करने के लिये टीम के साथ अधिक समय होगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ कटक में सैनी ने वनडे सीरीज के निर्णायक मैच में सपाट पिच पर भी बढिय़ा गेंदबाजी की थी जबकि ठाकुर का प्रदर्शन संतोषजनक था। तेज गेंदबाज के अलावा टीम के पास लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा के रूप में अनुभवी खिलाड़ी रहेगा और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे अच्छे स्पिन विकल्प की मौजूदगी से भारत का गेंदबाजी विभाग किसी भी विपक्षी के लिये चुनौतीपूर्ण होगा। गुवाहाटी में कप्तान ने कुलदीप को युजवेंद्र पर तरजीह दी थी और इंदौर में भी उन्हें चुना जा सकता है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में कप्तान विराट को अपनी टीम की फील्डिंग ने सबसे अधिक परेशान किया था और उन्होंने लगातार यह बात दोहरायी थी कि यदि टीम इस तरह कैच टपकाती रहेगी तो वह मैच नहीं जीत सकती है। ऐसे में टीम को फील्डिंग विभाग में भी व्यापक सुधार करने होंगे। दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम ने अपनी 16 सदस्यीय टीम में पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज को वापिस बुलाया है जो 16 महीने के बाद वापसी कर रहे हैं। मैथ्यूज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगस्त 2018 में आखिरी टी-20 खेला था जिसमें श्रीलंकाई टीम ने तीन विकेट से जीत दर्ज की थी। पाकिस्तान में भी श्रीलंकाई टीम ने 3-0 से जीत दर्ज की थी। लेकिन आस्ट्रेलिया से उसे 0-3 से हार झेलनी पड़ी थी और विश्वकप से पूर्व उसे भी अपने संयोजन पर ध्यान देना होगा और तैयारी के लिहाज से भारत दौरा उसके लिये सबसे महत्वपूर्ण होगा। टीम के पास भानुका राजापक्षा, अविक्षा फर्नांडो के रूप में बढिय़ा युवा खिलाड़ी हैं। श्रीलंकाई कप्तान लसित मलिंगा की टीम में अविष्का और दानुष्का गुनातिल्का ओपनिंग के मजबूत खिलाड़ी हैं। श्रीलंका ने भारत में अपने आखिरी पांच ट्वंटी 20 मैच गंवाये हैं लेकिन पाकिस्तान में जिस तरह से उसके युवा खिलाडिय़ों ने प्रभावित किया है, उसके बाद मेहमान टीम भारतीय दिग्गजों के लिये ‘सरप्राइज पैकेज’ साबित हो सकती है। Source रॉयल बुलेटिन