नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तत्वावधान में पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (पीसीआरए) के वार्षिक एक माह चलने वाले जन-केंद्रित ईंधन संरक्षण मेगा अभियान ‘सक्षम’ का शुभारंभ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान 16 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित किए जाने वाले एक समारोह के दौरान करेंगे।
पीसीआरए और तेल एवं गैस कंपनियां एक माह चलने वाले इस अभियान के दौरान विभिन्न पारस्परिक संवादात्मक कार्यक्रमों का संचालन करेंगी। सक्षम ’साइकिल दिवस, साइक्लोथॉन, वाणिज्यिक वाहनों के चालकों के लिए कार्यशालाएं, ईंधन बचत के सरल उपाय अपनाने पर गृहिणियों/रसोइयों के लिए सेमिनार, रेडियो, टीवी, डिजिटल सिनेमा, आउटडोर इत्यादि के माध्यम से राष्ट्रव्यापी अभियान जैसे कार्यकलापों की योजना बनाई गई है, ताकि ईंधन संरक्षण, हरित पर्यावरण और बेहतर स्वास्थ्य के संदेश के साथ देश के कोने-कोने में पहुंचा जा सके। पीसीआरए ने फेसबुक, ट्विटर, माईगव के माध्यम से ईंधन संरक्षण से जुड़े विभिन्न विशिष्ट अनुकूल अभियानों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का उपयोग करने की भी योजना बनाई है।
पीसीआरए ईंधन संरक्षण की आवश्यकता के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करता रहा है और इसके साथ ही ईंधन की बचत के लिए विभिन्न युक्तियां अपनाता रहा है। पीसीआरए ने ‘ईंधन संरक्षण’ विषय पर एनसीईआरटी के साथ मिलकर एक कॉमिक बुक तैयार की है जो युवा पीढ़ी, विशेषकर स्कूली बच्चों पर केंद्रित है। यह एनसीईआरटी की वेबसाइट पर ‘ई-पाठशाला’ पर उपलब्ध है।
पेट्रोलियम संरक्षण और अनुसंधान संघ (पीसीआरए) ने देहरादून स्थित पेट्रोलियम संस्थान के साथ मिलकर उन घरों के लिए कम ऊर्जा खपत वाला पीएनजी बर्नर/गैस स्टोव विकसित किया है, जहां पाइप के जरिए गैस की आपूर्ति की जाती है। इससे पीएनजी के लिए संशोधित एलपीजी स्टोव की तुलना में गैस की बचत होगी।
ईंधन संरक्षण से जुड़ी व्यापक जागरूकता पर पीसीआरए ने आकर्षक संदेश तैयार किए हैं और इसने हाल ही में एक एनिमेटेड वृत्तचित्र ‘प्रदूषण का समाधान’ विकसित किया है जो पीसीआरए की वेबसाइट और यूट्यूब पर उपलब्ध है।
वार्षिक ‘सक्षम’ राष्ट्रीय प्रतियोगिता, जो आम तौर पर जुलाई माह में शुरू की जाती है, में स्कूलों और विद्यार्थियों को निबंध, पेंटिंग एवं प्रश्नावली (क्विज) प्रतियोगिता में शामिल किया जाता है, अब काफी हिट है। इस वर्ष प्रतियोगिता ने 1.48 करोड़ विद्यार्थियों की भागीदारी का नया रिकॉर्ड तोड़ बनाया है।
‘सक्षम’ देश के एक प्रमुख ईंधन संरक्षण मेगा अभियान कार्यक्रम के रूप में अपनी पहुंच एवं पैठ को मजबूत कर रहा है।