उत्तराखण्ड: केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष श्रीपाद येस्सों नाईक ने उत्तराखण्ड में यूनानी व होम्योपैथी कालेज के लिए सैद्धांतिक सहमति
दी है। साथ ही राज्य में जड़ी बूटी उत्पादन के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से हर सम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया है। परेड़ ग्राउन्ड में आरोग्य मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री ने अपने सम्बोधन में यह बात कही।
कंेद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नाईक ने कहा कि उत्तराखण्ड में आयुष की संस्कृति रही है। यहां जड़ी बूटियों के क्षेत्र काफी सम्भावनाएं हैं। वर्तमान में देश विदेश में आयुष की तरफ लोगों का रूझान बढ़ रहा है। केंद्र सरकार नई स्वास्थ्य नीति में आयुष की भूमिका व कार्यक्षेत्र को पुनः परिभाषित करने जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आयुष की गुणात्मक सेवा का उपयोग किया जाएगा। प्रदेश सरकार यूनानी व होमियोपैथी कालेज के प्रस्ताव भेजे तो केंद्र से मंजूरी दे दी जाएगी। राज्य में जड़ी बूटी उत्पादन के लिए आयुष मंत्रालय हर सम्भव सहयोग करेगा।
केंद्रीय मंत्री व केंद्र से आए अधिकारियों व अन्य प्रतिभागितयों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अर्धकुम्भ के तहत मार्च माह में ऋषिकेश में योग महाकुम्भ का आयोजन किया जाएगा। आयुर्वेद व योग के क्षेत्र में राज्य सरकार ने जबरदस्त पहल की है। लगभग आधा दर्जन आयुर्वेद चिकित्सालय खोले हैं और योग ग्राम चिन्हित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखण्ड को योगा के लिए जाना जाए। हम जागेश्वर व ऋषिकेश में दो अंतर्राष्ट्रीय कैम्प आयोजित कर चुके हैं। परमार्थ निकेतन के साथ पार्टनरशिप में काम किया जा रहा है। जागेश्वर में देवदार के वृक्षों के नीचे ध्यानस्थल बनाने के लिए वन विभाग से अनुमति लेने का प्रयास कर रहे हैं। ऋषिकेश में आस्था पथ पर जगह-जगह गंगाजी के किनारे ध्यान कुटीर स्थापित की जाएंगी। हम हर्बल फार्मिंग में काफी कुछ कर सकते हैं, इसमें केंद्र सरकार से सहयोग की आवश्यकता होगी। अल्मोड़ मेडिकल कालेज के लिए केंद्र से 177 करोड़ रूपए अवमुक्त होने शेष हैं। प्रदेश मे यूनानी कालेज खोलने के लिए कलियर शरीफ के समीप स्थान चिन्हित है। केंद्र सरकार इसके लिए सहमति दे। या तो होम्योपेथी कालेज की स्वीकृति दी जाए या फिर केंद्र सरकार सहमति दे तो मेडिकल कालेज में होम्योपैथी की विंग प्रारम्भ की जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि वैद्य बालेंदु व यूकोस्ट पेंक्रियाज पर अच्छा शोध कर रहे हैं। यदि केंद्र सरकार से इन्हें सहायता मिले बड़ा लाभ मिलेगा।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि आयुष के छात्रों में से कमतर होने की भावना को दूर करना होगा। इसके लिए आयुष में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना होगा। सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य सरकार अपने पूरे प्रयास कर रही है। हम मल्टीपरपज मेडिकल कैम्पों की भांति ही आयुर्वेद के कैम्प भी आयोजित करेंगे।
गौरतलब है कि परेड़ ग्राउन्ड में 5 से 8 फरवरी तक भारत सरकार के आयुष मंत्रालय व राज्य के आयुष विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आरोग्य मेला का आयोजन किया गया है। आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सोवा-रिग्पा, सिद्ध और होम्योपैथी पर राष्ट्रीय स्तर का व्यापक स्वास्थ्य मेला में व्याख्यान व काउंसलिंग, निशुल्क औषधि वितरण, पुस्तकों की प्रदर्शनी, योग प्रदर्शन, निशुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधाएं हैं।
कार्यक्रम में डाॅ. मायाराम उनियाल, डा. विनोद कुमार जोशी, डा. गिरीराज शर्मा, डा. जहीर उमर, डा. डीके उपाध्याय, डा.जेपी शर्मा, प्रो. ईश्वर चंद्र भारद्वाज, प्रो0हरीमोहन चंदोला के साथ ही देव संस्कृति विश्वविद्यालय को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार में सह-सचिव एके गनेरवाला, प्रमुख सचिव उत्तराखण्ड शासन ओमप्रकाश, हिमालयन ड्रग कम्पनी के डा. एस फारूख, राजीव बेरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।