माउंट माउंगानुई: न्यूजीलैंड के सीनियर बल्लेबाज रॉस टेलर ने रविवार को कहा कि भारत के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में 0-5 से बुरी तरह हार उनके लिए निराशाजनक है. टेलर ने हालांकि कहा कि जैसा कि परिणाम से दिखता है उनकी टीम ने उतना बुरा क्रिकेट भी नहीं खेला. उन्हें पहले से पता था कि मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ उनके लिए स्थिति मुश्किल होगी. भारत ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में जीत दर्ज करके श्रृंखला को 5-0 से अपने नाम किया जिसके बाद टेलर ने कहा, ‘हमारे लिये पूरी श्रृंखला निराशाजनक रही, हम खुद को मजबूत स्थिति में पहुंचाकर उस मौके को भुना नहीं सके. हमने इससे खराब खेलकर भी बेहतर नतीजे हासिल किये हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि यह एक अलग प्रारूप (एकदिवसीय और टेस्ट की तुलना में) है, फिर भी इस तरह हारना दुख पहुंचाता है. मैच जीतना एक आदत है और उन करीबी मैचों में हारना निराशाजनक रहा.’
वनडे में अच्छा प्रदर्शन करेंगे
टेलर ने पांच फरवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के बारे में कहा, ‘अब हम ऐसे प्रारूप में खेलेंगे जहां टीम मजबूत है. उम्मीद है कि केन (विलियमसन) के कंधे ठीक हैं. टीम में कुछ नये और कुछ विश्व स्तरीय खिलाड़ी वापस आ रहे हैं. हम इसके शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.’
टेलर (Ross Taylor) ने कहा कि न्यूजीलैंड ने भारत की मजबूत टीम को वापसी का मौका दिया जिसके कारण टीम को भुगतना पड़ा. उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के सुपर ओवर में मिली हार की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘आप इस भारतीय टीम के खिलाफ थोड़ी भी ढिलाई नहीं बरत सकते. उन्होंने जितना फायदा उठाया हमने उससे ज्यादा मौके दिये. आपको गेंद और बल्ले से अच्छा करने के बाद जल्दी सोचना होगा. अगर हम ऐसा नहीं कर सके तो ऐसे ही नतीजे आयेंगे.’
टेलर ने विदेशी सरजमीं पर जीत दर्ज करने के लिए भारतीय टीम को बधाई देते हुए कहा, ‘देश से बाहर जीत दर्ज करना मुश्किल होता है. वे अपने कुछ स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के साथ यहां जिससे टीम को नया संतुलन मिला. मुझे यकीन है कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा है.’ पांचवें मैच में 53 रन की पारी खेलने वाले टेलर ने कहा कि 164 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था लेकिन टीम ऐसा नहीं कर सकी. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि जब मैं बल्लेबाजी के लिए आया तब टीम दबाव में थी. टिम सीफर्ट ने अच्छी बल्लेबाजी कर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाया. 60 गेंद में 66 रन चाहिए थे, ऐसी स्थिति में आप 95 प्रतिशत मैच जीतते हैं.’