लखनऊ: विश्व स्तर पर गीता का प्रचार प्रसार कर रहे भागवद गीता परिवार ट्रस्ट के प्रमुख संत योगी आनंद का सम्मान शुक्रवार 28 फरवरी को जेसी फाउण्डेशन की ओर से निराला नगर स्थित फाउण्डेशन के परिसर में किया गया। यह सम्मान उन्हें फाउण्डेशन के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल और कोषाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल ने किया।
इस अवसर पर संत योगी आनंद ने सत्संग में कहा कि भागवद कथा से विवेक विकसित होता है। सच्चे ज्ञान वाला विवेक ही वास्तविक संपदा है। उन्होंने बताया कि भागवद कथा के सुनने से भय, मोह और शोक दूर होते हैँ ओर व्यक्ति कामनाओं की गुलामी से मुक्त होता है। यही परमात्मा का मार्ग है। उन्होंने बताया कि यूं तो उनका अधिकतर समय अमेरिका में धर्म जागरण के कार्य में बीतता है पर अब उन्होंने निश्चय किया है कि वह चार महीने देश में रहेंगे। खास बात यह है कि उन चार महीनों में एक माह लखनऊ में प्रवास करेंगे। उत्तर प्रदेश उनके लिए खास महत्व इसलिए रखता है क्यों कि गाजीपुर में भागवद गीता परिवार का आश्रम संचालित किया जा रहा है जहां गौवंश रक्षा के साथ साथ जरूरतमंदों की भी मदद की जा रही है। उनकी वृहद योजना प्रदेश में गीता ज्ञान को प्रचारित कर लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह कृष्ण से जुड़े महापर्व होली को लखनऊ में ही मनाएंगे। होली के अवसर पर वह पूर्णिमा आरती भी करेंगे। सम्मान समारोह के बाद उन्होंने अमरनाथ मिश्र, मंगलम मिश्रा सहित अन्य के साथ निराला नगर के प्रतिष्ठित शिव मंदिर में पूजन अर्चन भी किया। संत योगी आनन्द ने संकल्प लिया है कि वह चूल्हे पर पका भोजन नहीं ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही अन्न भी नहीं खाएंगे। वह महज हरी सब्जी और फल ही भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं।